MFN हो या नहीं: भारत-पाक व्यापार काफी निचले स्तर पर कायम

punjabkesari.in Sunday, Sep 25, 2016 - 05:49 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत की तरफ से पाकिस्तान को दिए गए सर्वाधिक तरजीही देश (एम.एफ.एन.) का दर्जा वापस लेने की रिपोर्ट के बीच उद्योग मंडल एसोचैम ने कहा है कि विशेष प्रावधान से दोनों देशों के बीच व्यापार पर कोई अंतर नहीं आया है और यह काफी कम बना हुआ है। वित्त वर्ष 2015-16 में भारत का कुल वस्तु व्यापार 641 अरब डॉलर रहा जिसमें पाकिस्तान की हिस्सेदारी केवल 2.67 अरब डॉलर थी। 

भारत का पड़ोसी देश को निर्यात 2.17 अरब डॉलर या भारत के कुल निर्यात का 0.83 प्रतिशत था। वहीं आयात 50 करोड़ डॉलर या 0.13 प्रतिशत रहा। एसोचैम के महाससिचव डी एस रावत ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर पाकिस्तान के साथ व्यापार भारत के कुल वैश्विक वस्तु व्यापार का 0.41 प्रतिशत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अत: एम.एफ.एन. दर्जा हो या न हो, द्विपक्षीय व्यापार पर कोई असर नहीं होगा। भारत ने पाकिस्तान को एम.एफ.एन. का दर्जा दिया जबकि पड़ोसी देश ने एेसा नहीं किया है। 

एम.एफ.एन. के दर्जे के बाद भी पाकिस्तान का भारत को निर्यात आधे अरब डॉलर से कम बना हुआ है।’’ उन्होंने कहा कि राजनीतिक कारणों से कंपनियां एक-दूसरे देश में रूचि नहीं दिखाती। रावत ने कहा, ‘‘आज जो स्थिति है, उसे देखते हुए निकट भविष्य में इसमें बदलाव की उम्मीद नहीं है। नवंबर में नई दिल्ली में सालाना भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में भी सांकेतिक रूप से पाकिस्तानी कंपनियों की उपस्थिति की उम्मीद नहीं है। इस बीच, उद्योग जगत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत के हितों को आगे बढ़ाने का समर्थन किया है। उसने कहा कि रणनीतिक निर्णय पूरी तरह सरकार के कार्यक्षेत्र के अंतर्गत आता है।


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