नोट बैन: कैश की कमी से भड़के कई देशों के डिप्लोमैट

Wednesday, Dec 07, 2016 - 12:17 PM (IST)

नई दिल्ली: पाकिस्तानी उच्चायोग को नोट बैन की वजह से हुई मुश्किलों का हल निकालने के बाद अब भारत में मौजूद बहुत से अन्य देशों के दूतावासों ने भी बैंक विदड्रॉल लिमिट को लेकर नाराजगी जताई है। कुछ दूतावासों ने तो अपने देश में सरकारों को भारतीय दूतावासों के लिए भी बैंक से कैश निकालने पर लिमिट लगाने का सुझाव दिया है।

रूस, कजाकिस्तान, यूक्रेन, इथियोपिया और सूडान के राजधानी में मौजूद दूतावासों ने अपने बैंक अकाऊंट्स से विदड्रॉल लिमिट के कारण हो रही मुश्किलों को लेकर एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्ट्री को कड़े शब्दों में पत्र लिखे हैं। कुछ अन्य दूतावास भी ऐसा कर सकते हैं। जाकिस्तान के दूतावास ने गत सप्ताह अपना नैशनल डे मनाया था और कैश की कमी की वजह से उसे इंतजाम करने में काफी दिक्कत हुई थी।

एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्ट्री ने समाधान नहीं निकाला 
इसे लेकर एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्ट्री से कई बार संपर्क किया गया लेकिन मिनिस्ट्री ने इसका कोई समाधान नहीं निकाला है। दूतावासों का मानना है कि उनके अपने फंड पर लिमिट तय करना वियना कन्वैंशन का उल्लंघन है। कुछ देश भारत को कड़ा संदेश देने के लिए अपने यहां मौजूद भारतीय दूतावासों पर भी बैंक विदड्रॉल लिमिट लगाने की सोच रहे हैं।’

दूतावास को सप्ताह में 50,000 रुपए ही निकालने की अनुमति
भारत में रूस के राजदूत एलैग्जैंडर कदाकिन ने 2 दिसम्बर को एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्ट्री को लिखे एक पत्र में कहा, ‘‘स्टेट बैंक ऑफ  इंडिया ने दूतावास को जानकारी दी है कि भारत सरकार के निर्देशों के तहत दूतावास को प्रति सप्ताह अब 50,000 रुपए ही कैश निकालने की अनुमति है लेकिन इतनी अमाऊंट सैलरी के साथ ही दूतावास के खर्चों के लिए भी पर्याप्त नहीं है। उन्होंने मुम्बई, चेन्नई और कोलकाता में रूसी काऊंसलेट्स को इस वजह से हो रही मुश्किलों का भी जिक्र किया था। डिप्लोमैट्स अपनी टैक्स-फ्री सैलरी डॉलर में ले सकते हैं। भारत में डिप्लोमैट्स की ओर से 5,000 डॉलर से अधिक बैंक अकाऊंट्स से निकालने पर उसके कारण से जुड़ा डॉक्यूमैंट भी देना होता है।

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