जेट एयरवेज को बचाने के लिए माल्या ने दिया ऑफर, NDA सरकार पर भी उठाए सवाल

punjabkesari.in Tuesday, Mar 26, 2019 - 11:15 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारत के सरकारी बैंकों से हजारों करोड़ का लोन लेकर लंदन फरार हुए शराब कारोबारी विजय माल्या ने भारतीय बैंकों से अपील की है कि वह उसका पैसा लेकर कर्ज निपटारे की दिक्कतों से जूझ रही जेट एयरवेज को उबार लें। माल्या ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए ना सिर्फ जेट एयरवेज को बचाने का ऑफर दिया है बल्कि केंद्र सरकार पर भी डबल स्टैंडर्ड का आरोप लगाया है।

 

PunjabKesari

जेट एयरवेज की मदद को आगे आए माल्या
खबरों के अनुसार माल्या ने अपने ट्वीट में लिखा है, 'मैं फिर से कहता हूं कि कर्नाटक हाईकोर्ट के सामने मैंने अपनी संपत्ति रख दी है जिससे पीएसयू बैंक और अन्य लेनदारों का कर्ज चुकाया जा सके। फिर बैंक मेरा पैसा क्यों नहीं ले रहे हैं। यह उन्हें जेट एयरवेज को बचाने में मदद करेगा और कुछ नहीं।'

माल्या ने भारत सरकार पर लगाया आरोप
इन दिनों लंदन के कोर्ट में प्रत्यर्पण मामले का सामना कर रहे माल्या ने भारत सरकार पर भी दोहरे रवैये का आरोप लगाते हुए सवाल पूछा है कि क्यों आखिर पब्लिक सेक्टर के बैंक जेट एयरवेज को बचाने के लिए आगे आ रहे हैं जबकि उसकी कंपनी किंगफिशर को नहीं।

उसने अपने ट्वीट में लिखा है, 'यह देखकर खुशी हुई कि पब्लिक सेक्टर बैंक जेट एयरवेज को बेल आउट करने के लिए आगे आए। इससे ना सिर्फ नौकरियां बचेंगी बल्कि कनेक्विविटी और एंटरप्राइज बना रहेगा। बस यह ख्वाहिश रही कि ऐसा किंगफिशर के साथ भी होता।'

4000 करोड़ रुपए का निवेश किया
माल्या ने आगे लिखा है, 'मैंने किंगफिशयर एयरलाइंस और कंपनी के कर्मचारियों को बचाने के लिए इसमें 4000 करोड़ का निवेश किया। इसे महत्व नहीं दिया गया और उल्टा मुझे निशाना बनाया गया। यही वो पब्लिक सेक्टर बैंक थे जिन्होंने भारत की सबसे शानदार एयरलाइंस जिसके श्रेष्ठ कर्मचारी थे उसे बेरहमी से असफल होने दिया। एनडीए सरकार के राज में यह दोहरा रवैया है।'

PunjabKesari

बता दें कि गंभीर वित्तीय संकट से गुजर रही निजी विमानन कंपनी जेट एयरवेज को बचाने की बैंकों की मुहिम के तहत कंपनी के चेयरमैन नरेश गोयल ने इस्तीफा दे दिया है। उनकी पत्नी अनिता गोयल भी निदेशक बोर्ड से हट गई हैं। कंपनी और कर्जदाताओं में हुई बातचीत के बाद केविन नाइट व जेट की साझेदार दुबई की एयरलाइन एतिहाद एयरवेज के सदस्यों को भी निदेशक मंडल से हटा दिया गया है।

PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

jyoti choudhary

Recommended News

Related News