‘मेक इन इंडिया’ को लग सकता है झटका, यह है वजह

Monday, Jul 03, 2017 - 10:44 AM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमरीका यात्रा के दौरान अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ उनके गले मिलने और दोनों नेताओं द्वारा आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान को दो टूक चेतावनी दिए जाने की खबरों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वाकांक्षी ‘मेक इन इंडिया’ प्रोजैक्ट को झटका लग सकता है। दोनों देशों द्वारा भारत की अपेक्षा अमरीका को फायदा पहुंचाने वाले समझौते किए गए हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपने व्यापार घाटे पर काबू पाने के लिए भारत का सहारा ले रहे हैं, लिहाजा अमरीकी कम्पनियों की भारत में दखल बढ़ाने की सहमति हुई है, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वाकांक्षी प्रोजैक्ट ‘मेक इन इंडिया’ को आई.टी. सैक्टर में नुक्सान हो सकता है।

अमरीका को फायदा पहुंचाने वाले समझौते
मोदी और ट्रम्प की मुलाकात के बाद जारी हुआ सांझा बयान पारम्परिक तरीके से जारी होने वाले बयानों की तुलना में थोड़ा अलग है। इस बयान में अमरीका के साथ होने वाले भारत के व्यापार के दौरान अमरीका को होने वाली चिंताओं पर ज्यादा गौर किया गया है और अमरीकी कम्पनियों को होने वाली परेशानी की बात कही गई है। इसके बदले में भारत को अमरीका की तरफ से बहुत कम पेशकश हुई है। हालांकि भारत को अमरीकी कृषि उत्पादों तक पहुंच की बात की गई है, दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों की गहराई से समीक्षा करने और नियंत्रण करने के लिए प्रक्रिया बनाने की मांग की गई है लेकिन तकनीक और खोज के विषय में भारत के साथ कोई स्पष्ट नीति या कार्यक्रम तय नहीं किया गया है जबकि भारत को अमरीकी फार्मा कम्पनियों के साथ सहयोग की बात की गई है।

अमरीका की आई.टी. कम्पनियों के लिए द्वार खोले जा रहे
सूचना व प्रौद्योगिकी के अलावा निर्माण व सेवा क्षेत्र में अमरीका की पहुंच बढ़ाने की बात हुई है। एक तरफ अमरीका एच-1बी वीजा पर प्रतिबंध लगाकर भारतीय आई.टी. कम्पनियों के लिए परेशानी खड़ी कर रहा है दूसरी तरफ अमरीका की आई.टी. कम्पनियों के लिए द्वार खोले जा रहे हैं। इतना ही नहीं, भारत ने अमरीका से महंगी प्राकृतिक गैस खरीदने के रास्ते भी खोल दिए हैं जो कि चिंता का विषय है। 
 

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