मोदी की जबरदस्त जीत, जॉब मार्कीट में तेजी की उम्मीद

punjabkesari.in Thursday, May 30, 2019 - 12:15 PM (IST)

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में भाजपा को बड़ी जीत हासिल हुई है। इससे पिछले कुछ समय से देश में धीमी पड़ी जॅाब मार्कीट में तेजी आने की संभावना है। पॉलिसी से जुड़े बड़े फैसलों को जारी रखने से रोजगार बढ़ाने में मदद मिलेगी। खबरों के मुताबिक नई केंद्र्र सरकार के लिए बढ़ाना एक प्राथमिकता होगी और इसमें प्राइवेट सैक्टर को एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की जरूरत है। मेक इन इंडिया योजना की वजह से इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफैंस, ऑटोमोबाइल और आई.टी. सैक्टरों में अच्छी वृद्धि हो सकती है। भाजपा की अगुवाई वाले एन.डी.ए. को चुनाव में बहुमत मिलने से व्यापार और भॢतयां करने की संभावना मजबूत होगी। इंडिया इंक के लिए यह एक अच्छी स्थिति होगी।

इंफ्रास्ट्रक्चर और ऑटोमोबाइल जैसे सैक्टरों को मिलेगा बढ़ावा 
ए.बी.सी. कंसल्टैंट्स के मैनेजिंग डायरैक्टर शिव अग्रवाल का मानना है कि रोजगार की संभावनाओं पर चुनाव के परिणामों का असर सैंटीमैंट के कारण है। चुनाव परिणाम आने के बाद से उन्होंने कुछ ग्राहकों के साथ मीटिंग की है और ग्राहकों का आऊटलुक पॉजीटिव (दृष्टिकोण सकारात्मक) दिख रहा है। अग्रवाल ने बताया, ‘‘भारत में कैप्टिव सैंटर रखने वाली एम.एन.सी. को देश में अधिक भर्तियां करने का प्रोत्साहन मिलेगा, क्योंकि उन्हें राजनीतिक स्थिरता के साथ ही व्यापार करने में आसानी भी दिखेगी। इंफ्रास्ट्रक्चर और ऑटोमोबाइल जैसे सैक्टरों को सरकार से भी बढ़ावा मिलेगा। इन सैक्टरों में निवेश बढऩे से रोजगार में वृद्धि होगी।’’

भर्तियों में आ सकती है अच्छी तेजी 
ई.एम.ए. पार्टनर्स के सी.ई.ओ. के. सुदर्शन के मुताबिक ‘हमें इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश बढऩे की उम्मीद है। बजट में मेक इन इंडिया पर अतिरिक्त जोर देने से स्थितियों में तेजी से बदलाव हो सकता है। एन.डी.ए. को अनुमान से अधिक सीटें मिलने और सरकार के अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद के कारण सैंटीमैंट पॉजीटिव है। इस वजह से हायरिंग (भर्तियों) में अच्छी तेजी आ सकती है।’’

इन क्षेत्रों में भी खास असर
आने वाले समय में स्किल क्रिएशन (कौशल निर्माण), अपस्किलिंग (कौशल उत्थान), रैगुलेटरी कंट्रोल (नियामक नियंत्रण) और कनैक्टिविटी (संयोजकता) नौकरियां बढ़ाने के बड़े कारण होंगे। ऑटोमोबाइल, कंज्यूमर गुड्स, बी.एफ .एस.आई., हैल्थकेयर, टैक्नोलॉजी (आई.टी.) और रिटेल सैक्टर्स पर सबसे अधिक असर पड़ेगा। आर्टीफिशियल इंटैलीजैंस (ए.आई.), मशीन लॄनग, ब्लॉकचेन और रोबोटिक्स जैसी नई टैक्नोलॉजीज में कौशल की मांग बढ़ेगी। इन एरिया में कुशलता रखने वाले युवाओं के लिए नौकरियों की कमी नहीं होगी।

वैश्विक दृष्टिकोण भी है सकारात्मक
चुनावी नतीजों को लेकर ग्लोबल आऊटलुक (वैश्विक दृष्टिकोण) भी सकारात्मक है। रैंडस्टेड इंडिया के हैड (स्ट्रैटेजिक अकाऊंट्स मैनेजमैंट) संजय शैट्टी ने कहा, ‘‘पहले भारत में निवेश करने से हिचकने वाली बहुत-सी कंपनियों की आशंका  अब दूर हो जाएगी। मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग शेयर्ड सर्विसेज से जुड़ी कंपनियों के लिए ग्रोथ की संभावनाएं अधिक हैं।’’


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Anil dev

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