Koo App ने बदला अपना लुक, पेश किया ब्राउजिंग का बेहतरीन अनुभव
punjabkesari.in Wednesday, Apr 27, 2022 - 05:01 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः क्रिएटर्स को ज्यादा अहमियत और तेजी देने के लिए बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप (Koo App) ने iOS और एंड्रॉयड दोनों डिवाइसों पर अपने यूजर्स के लिए ब्राउज़िंग का एक बेहतरीन अनुभव पेश किया है। देखने में आकर्षक, सहज और बेहतर जुड़ाव वाली इस नई डिज़ाइन को यूजर्स का विशेष ध्यान रखते हुए तैयार किया गया है। अपने पिछले वर्जन की तुलना में यह एक महत्वपूर्ण अपग्रेड है, जिसमें नया इंटरफ़ेस सहजता के साथ नेविगेशन आसान कर देता है। यह यूजर्स को एक बेहतरीन और समकालीन अनुभव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। और इस प्लेटफॉर्म को सोशल मीडिया की दुनिया में एक बेहतर विचारों वाले विशेषज्ञ के रूप में स्थान देता है।
कू ऐप का नया ब्राउज़िंग अनुभव समूचे यूजर इंटरफेस को बेहतर बनाता है। ऐप के बाएं खाली स्थान को हटा दिया गया है, जिससे कंटेंट अब एक किनारे से दूसरे किनारे तक फैल गया है और इसके चलते यूजर्स के लिए जरूरी जानकारी को देखना आसान हो गया है। यह बेवजह के कंटेंट को भी कम करता है, जिससे ऐप साफ-सुथरा दिखता है। यूजर्स का अनुभव कहीं अधिक सहज और बिना रुकावट वाला होता है। यह अनुभव इस्तेमाल को सबसे ज्यादा बढ़ाने और ऐप पर यूजर्स द्वारा बिताए जाने वाले समय पर केंद्रित है।
कू ऐप के डिजाइन हेड, प्रियांक शर्मा ने कहा, “यूजर्स की खुशी हमारे ब्रांड के दर्शन का मूल है। खासकर जब हमारे यूजर इंटरफेस की बात आती है, तो हम अपने यूजर्स को सबसे बेहतरीन अनुभव देने की बात लगातार दोहराते हैं। एक बेहतरीन ब्राउज़िंग अनुभव की शुरूआत दुनिया में सबसे अच्छा बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म बनाने की दिशा में पहला कदम है। हमें पहले ही कम्यूनिटी से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल चुकी है और कू ऐप पर बेहतर ब्राउज़िंग अनुभव पेश करने की दिशा में यह केवल शुरुआत है।"
कू ऐप भारत में देसी भाषाओं में आत्म-अभिव्यक्ति के लिए सबसे बड़ा मंच है। यह वर्तमान में यूजर्स को हिंदी, मराठी, गुजराती, कन्नड़, तमिल, बंगाली, असमिया, तेलुगू, पंजाबी और अंग्रेजी में अपने विचार और राय पेश करने का अधिकार देता है। प्लेटफ़ॉर्म मार्ट फीचर्स को लॉन्च करने के लिए लगातार काम करता है जो यूजर्स के अनुभव को बेहतर करते हैं और प्लेटफ़ॉर्म पर आनंद बढ़ाते हैं। डार्क मोड, टॉक-टू-टाइप, चैट रूम, लाइव कुछ प्रमुख फीचर्स हैं जिन्हें हाल ही में लॉन्च किया गया था।
कू के बारे में
Koo App की लॉन्चिंग मार्च 2020 में भारतीय भाषाओं के एक बहुभाषी, माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के रूप में की गई थी, ताकि भारतीयों को अपनी मातृभाषा में अभिव्यक्ति करने में सक्षम किया जा सके। कू ऐप ने भाषा-आधारित माइक्रो-ब्लॉगिंग में नया बदलाव किया है। Koo App फिलहाल हिंदी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, असमिया, बंगाली और अंग्रेजी समेत 10 भाषाओं में उपलब्ध है। Koo App भारतीयों को अपनी पसंद की भाषा में विचारों को साझा करने और स्वतंत्र रूप से अभिव्यक्ति के लिए सशक्त बनाकर उनकी आवाज को लोकतांत्रिक बनाता है। मंच की एक अद्भुत विशेषता अनुवाद की है जो मूल टेक्स्ट से जुड़े संदर्भ और भाव को बनाए रखते हुए यूजर्स को रीयल टाइम में कई भाषाओं में अनुवाद कर अपना संदेश भेजने में सक्षम बनाती है, जो यूजर्स की पहुंच को बढ़ाता है और प्लेटफ़ॉर्म पर सक्रियता तेज़ करता है। प्लेटफॉर्म 3 करोड़ डाउनलोड का मील का पत्थर छू चुका है और राजनीति, खेल, मीडिया, मनोरंजन, आध्यात्मिकता, कला और संस्कृति के 7,000 से ज्यादा प्रतिष्ठित व्यक्ति अपनी मूल भाषा में दर्शकों से जुड़ने के लिए सक्रिय रूप से मंच का लाभ उठाते हैं।