भारत की मजबूत वृद्धि दर जारी रहने का अनुमान, UN ने अपनी रिपोर्ट में किया ये दावा

punjabkesari.in Friday, Jan 05, 2024 - 12:45 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारतीय अर्थव्यवस्था पर संयुक्त राष्ट्र (UN) को काफी भरोसा है। गुरुवार को जारी संयुक्त राष्ट्र विश्व आर्थिक स्थिति एवं संभावनाएं (डब्ल्यूईएसपी) 2024 रिपोर्ट में कहा गया कि मजबूत घरेलू मांग और विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि से 2024 में भारत की वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण एशिया में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 2024 में 5.2 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है।

रिपोर्ट में कहा गया है, ''मजबूत घरेलू मांग और विनिर्माण व सेवा क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि आने से भारत की वृद्धि दर 2024 में 6.2 प्रतिशत पर पहुंचने का अनुमान है जो 2023 के 6.3 प्रतिशत के अनुमान से थोड़ा कम है।"

रिपोर्ट के अनुसार, "भारत की जीडीपी 2025 में बढ़कर 6.6 प्रतिशत होने का अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में आर्थिक वृद्धि दर इस साल 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो मुख्य रूप से लचीली निजी खपत और मजबूत सार्वजनिक निवेश से समर्थित है।" रिपोर्ट में कहा गया है कि विनिर्माण और सेवा क्षेत्र अर्थव्यवस्था को समर्थन देना जारी रखेंगे लेकिन अनियमित बारिश के पैटर्न से कृषि उत्पादन प्रभावित होने की संभावना है।

2025 में भी जारी रहेगी भारत की रफ्तार

वैश्विक आर्थिक प्रभाग निगरानी शाखा, आर्थिक विश्लेषण व नीति प्रभाग (यूएन डीईएसए) के प्रमुख हामिद राशिद ने कहा, "भारतीय अर्थव्यवस्था ने न केवल इस साल बल्कि पिछले कुछ वर्षों में एक बार फिर अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर प्रदर्शन किया है।" उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर लगातार छह प्रतिशत से अधिक बनी हुई है और हमारा मानना है कि यह 2024 और 2025 में भी जारी रहेगी।

भारत में घरेलू खर्च बढ़ा, रोजगार की स्थिति में काफी सुधार हुआ

राशिद ने कहा कि हालांकि भारत के लिए मुद्रास्फीति अपेक्षाकृत अधिक है लेकिन इसे दरों में उतनी वृद्धि करने की आवश्यकता नहीं है और मुद्रास्फीति काफी कम हो गई है। उन्होंने कहा, 'इससे सरकार को राजकोषीय समर्थन को बनाए रखने में मदद मिली जिसकी उसे जरूरत थी।' उन्होंने कहा, ''हमने भारत में महत्वपूर्ण राजकोषीय समायोजन या राजकोषीय छंटनी नहीं देखी।" उन्होंने कहा, 'कुल मिलाकर घरेलू खपत बढ़ रही है, घरेलू खर्च बढ़ा है, रोजगार की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। इसलिए हम निकट भविष्य में भारत की वृद्धि परिदृश्य को लेकर काफी आशान्वित हैं।" 
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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