10 साल के दौरान 7 बार बजट के महीने शेयर बाजार ने दिया निगेटिव रिटर्न

punjabkesari.in Wednesday, Jan 18, 2017 - 01:52 PM (IST)

नई दिल्लीः बजट घरेलू इकनॉमी और कंपनियों के लिए सबसे अहम होता है। कॉर्पोरेट्स से लेकर शेयर बाजार की नजर बजट पर टिकी होती है। बजट को लेकर निवेशक इतना सतर्क रुख रखते हैं कि पिछले 10 वित्त वर्ष में बजट के महीने में शेयर बाजार ने निगेटिव रिटर्न दिया है। जानिए क्या इस बार मार्कीट इस ट्रेंड को बदलेगा या एक बार फिर दबाव हावी होगा।

बजट से पहले का एक महीना मार्कीट के लिए भारी 
अगर शेयर बाजार के पिछले प्रदर्शन पर नजर डालें तो बजट ऐलान से पहले के 30 दिन बाजार के लिए काफी दबाव भरे साबित हुए हैं। पिछले 10 साल के दौरान 7 बार बजट के महीने में सैंसेक्स और निफ्टी का रिटर्न निगेटिव रहा है। वहीं पिछले साल फरवरी के दौरान सैंसेक्स 5 फीसदी से ज्यादा गिरा है। साल 2016-17 के बजट का ऐलान 29 फरवरी को हुआ था। साल 2014-15, 2013-14, 2011-12, 2009-10, 2008-09 और 2007-08 में बजट से पहले एक महीने के दौरान बाजार ने निगेटिव रिटर्न दिया है।  

फरवरी 2016 में 8 सालों में दूसरा सबसे गिरावट वाला बजट का महीना
साल 2016 में फरवरी के महीने के दौरान सैंसेक्स 5 फीसदी से ज्यादा टूटा था। ये पिछले 8 सालों में बजट के महीने में आई दूसरी सबसे बड़ी गिरावट रही। बाजार में ये गिरावट बजट को लेकर अनिश्चितता की वजह से देखने को मिली। टैक्स को लेकर आशंकाओं की वजह से विदेशी निवेशकों ने बाजार में जमकर बिकवाली की थी। फरवरी 2016 में शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों ने कुल 12500 करोड़ रुपए की शुद्ध बिकवाली की थी। 

साल 2013 के बजट महीने में मार्कीट 6 फीसदी टूटा 
इससे पहले फरवरी 2013 में सैंसेक्स 6.18 फीसदी गिरा था। हालांकि उस दौरान मार्कीट पर इन्फ्लेशन, क्रूड कीमतें, ग्लोबल मार्कीट और घरेलू इकनॉमी को लेकर अनिश्चितता हावी थी। इसका असर निवेशकों के ट्रेंड पर भी देखने को मिला था। इस दौरान विदेशी निवेशकों के करीब 9500 करोड़ के शुद्ध निवेश के मुकाबले घरेलू निवेशकों ने 8800 करोड़ की बिकवाली की थी। 

जनवरी के पहले 2 हफ्ते में मार्कीट 2 फीसदी बढ़ा
बजट का ऐलान होने में 2 हफ्ते से कम का समय बाकी रह गया है। अब तक सैंसेक्स में 2 फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक मार्कीट में बढ़त की 2 प्रमुख वजह है। पहली वजह नोटबंदी के फैसले के बाद शेयर बाजार में आई गिरावट है। स्टॉक्स पहले गिर चुके हैं ऐसे में और गिरावट की संभावना नहीं थी। वहीं साल के अंत में सरकार द्वारा रियल्टी सेक्टर और अफोर्डेबल हाऊसिंग को लेकर सुधारों के ऐलान से मार्कीट को उम्मीद बनी है कि सरकार बजट में मांग बढ़ाने को लेकर कोई पॉजिटिव कदम उठा सकती है। एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि इस साल मार्कीट में बजट से पहले गिरावट का ट्रेंड नहीं रहेगा।
 


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