GST की आहट से डीलरों पर मंडरा रहा ये खतरा

punjabkesari.in Sunday, May 14, 2017 - 05:23 PM (IST)

नई दिल्ली: जी.एस.टी. लागू होने से पहले डीलरों ने विनिर्माताओं से माल उठाना कम कर दिया है क्योंकि उन्हें पुराने स्टाक पर चुकाए गए कर के बदले छूट (टैक्स क्रेडिट) मिलने को लेकर अशंका है। इससे उत्पाद शुल्क संग्रहण पर बुरा असर पड़ा है।

गौरतलब है कि जी.एस.टी. एक जुलाई से लागू किए जाने की संभावना है। माल एवं सेवा कर (जी.एस.टी) परिषद कर की दरें तय करने के लिए 18-19 मई को बैठक करेगी। सूत्रों के अनुसार 6000 प्रकार के उत्पादों के सिलसिले में दरें तय की जानी है। चुकाए गए कर को लेकर अनिश्चितता तथा जी.एस.टी. के शुरू होने से पहले इस मामले में कोई अस्थायी व्यवस्था नहीं होने से डीलर सामान खरीदने और स्टाक जमा करने के बजाय अभी इंतजार करना ही उचित मान रहे हैं। 

विशेषज्ञों ने बताया कि अनिश्चितता की इस स्थिति का अप्रैल-जून के दौरान उत्पाद शुल्क संग्रहण पर सीधा असर होगा। पी.डब्ल्यू.सी. प्रतीक जैन ने कहा कि पुराने माल के भंडार पर चुकता कर का लाभ नयी प्रणाली में न मिलने की आशंका से डीलर स्टाक घटाने में लगे हैं और ऐसे में इस तिमाही में ज्यादातर उपभोक्ता वस्तुओं की बिक्री प्रभावित हो रही है। 


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