सरकार ने कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स घटाया, एटीएफ और डीजल पर शुल्क बढ़ा

punjabkesari.in Wednesday, Nov 02, 2022 - 11:25 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः सरकार ने मंगलवार को घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स में कटौती के साथ ही डीजल एवं विमान ईंधन (एटीएफ) के निर्यात पर इसमें वृद्धि कर दी। सरकार की तरफ से जारी अधिसूचना के मुताबिक, घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स 11,000 रुपए प्रति टन से घटाकर 9,500 रुपए प्रति टन कर दिया गया है। यह कटौती 2 नवंबर 2022 यानी आज से लागू होगी। अप्रत्याशित लाभ कर की समीक्षा में सरकार ने डीजल के निर्यात पर कर 12 रुपए से बढ़ाकर 13 रुपए प्रति लीटर कर दिया है।

डीजल पर लगने वाले शुल्क में 1.50 रुपए प्रति लीटर का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर सेस (आरआईसी) भी शामिल है। इसके अलावा विमान ईंधन के निर्यात पर लगने वाला टैक्स 3.50 रुपए से बढ़ाकर पांच रुपए प्रति लीटर किया गया है। सरकार ने एक जुलाई, 2022 को पेट्रोलियम उत्पादों पर अप्रत्याशित लाभ कर लगाने की घोषणा की थी। उस समय पेट्रोल के साथ डीजल और एटीएफ पर यह कर लगाया गया था। बाद की समीक्षा में इसके दायरे से पेट्रोल को बाहर कर दिया गया।

हर 15 दिन पर समीक्षा करती है सरकार

सरकार ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की आसमान छूती कीमतों से तेल उत्पादक कंपनियों को हो रहे अप्रत्याशित लाभ पर टैक्स लगाया था। इसकी हर 15 दिन पर (पखवाड़ा) समीक्षा की जाती है। पिछली बार 16 अक्टूबर को हुई समीक्षा में घरेलू उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स को 8,000 प्रति टन रुपए से बढ़ाकर 11,000 रुपए प्रति किया गया था। वहीं, एटीएफ पर टैक्स को 3.5 रुपए प्रति लीटर कर दिया था।

गौरतलब है कि तब इसके निर्यात पर कोई अप्रत्याशित कर नहीं लग रहा था। डीजल पर विंडफॉल टैक्स को 5 रुपए प्रति लीटर से बढ़ाकर 10.5 रुपए कर दिया गया था। जब जुलाई में इसे पहली बार लागू किया गया था तब राजस्व सचिव तरुण बजाज ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें मौजूदा कीमत से कम-से-कम 40 डॉलर प्रति बैरल नीचे आ जाएं हो इसे हटा लिया जाएगा। तब कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें 110 डॉलर प्रति डॉलर के पार थीं। फिलहाल ये 100 डॉलर के नीचे हैं।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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