Reasons Gold Rate Hike: इस साल 32% उछला गोल्ड, जानिए तेजी की बड़ी वजहें

punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 10:35 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः सोने को हमेशा से सुरक्षित निवेश माना जाता रहा है और भारत में तो इसका खास महत्व है। भारतीय महिलाओं के पास इतना सोना है कि कई विकसित देशों के गोल्ड रिजर्व भी इसके सामने छोटे पड़ जाते हैं। डोनाल्ड ट्रंप की सत्ता में वापसी और उनके टैरिफ ऐलान के बाद ग्लोबल तनाव बढ़ गया है। इसका सीधा असर सोने की कीमतों पर दिख रहा है। इस साल अब तक सोना डॉलर में करीब 32% महंगा हो चुका है।

क्यों आ रही है तेजी?

विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और जियो-पॉलिटिकल अनिश्चितताओं ने सोने को मजबूत सपोर्ट दिया है। इसके अलावा, डॉलर में गिरावट और सेंट्रल बैंकों का डॉलर रिजर्व से दूरी बनाना भी तेजी की बड़ी वजह है। कई देश अब अमेरिकी डॉलर के बजाय सोने को रिजर्व एसेट के तौर पर तवज्जो दे रहे हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसा हो सकता है कि सोना मेन रिजर्व असेट बन जाए लेकिन अभी ये मुमकिन नहीं लगता। इसके लिए ग्लोबल इकोनॉमी की हालत और खराब होनी पड़ेगी। हर जगह इन्फ्लेशन बढ़ना होगा, ट्रेड और जीडीपी में गिरावट आनी होगी। अभी ऐसा नहीं हुआ है लेकिन सोने की हालिया तेजी ये साफ दिखाती है कि कुछ इनवेस्टर्स और सेंट्रल बैंक चिंतित हैं।

शेयर मार्केट में हलचल

दूसरी ओर, शेयर बाजार की तस्वीर बिल्कुल अलग है। निफ्टी इस साल 5% और S&P 500 इंडेक्स 9% ऊपर है। अमेरिकी और भारतीय शेयर बाजार अपने रिकॉर्ड हाई के करीब बने हुए हैं और वोलैटिलिटी इंडेक्स भी स्थिरता का संकेत दे रहे हैं यानी शेयर बाजार जहां सकारात्मक संकेत दे रहा है, वहीं सोना, करेंसी और बॉन्ड मार्केट संभावित खतरे की ओर इशारा कर रहे हैं।

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि रिटेल इनवेस्टर्स शेयर और गोल्ड दोनों में आक्रामक दांव लगा रहे हैं, जबकि इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स बॉन्ड और करेंसी मार्केट से ज्यादा सतर्क दिखाई दे रहे हैं। इतिहास गवाह है कि लंबे समय में संस्थागत निवेशक आम निवेशकों से बेहतर साबित हुए हैं।  
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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