देश की अर्थव्यवस्था ने भरी रफ्तार, 8.2% की दर से बढ़ी GDP ग्रोथ

punjabkesari.in Friday, May 31, 2024 - 06:08 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः लोकसभा चुनाव के सातवें चरण की वोटिंग से ठीक दिन पहले इकोनॉमी के मोर्चे पर अच्छी खबर आई है। देश की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2023-24 की मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी। इसके साथ ही पूरे वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर बढ़कर 8.2 प्रतिशत हो गई। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी-मार्च 2024 में जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रही जो एक साल पहले की समान तिमाही में 6.2 प्रतिशत थी। हालांकि अक्टूबर-दिसंबर, 2023 की तुलना में मार्च तिमाही की वृद्धि रफ्तार में नरमी आई है। दिसंबर तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था 8.6 प्रतिशत की उच्च दर से बढ़ी थी। जीडीपी निश्चित अवधि में देश की भौगोलिक सीमा के भीतर उत्पादित अंतिम वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य को बताता है। 

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में देश की जीडीपी 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी है। वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी वृद्धि दर सात प्रतिशत रही थी। एनएसओ ने अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जीडीपी वृद्धि दर 7.7 प्रतिशत रहने की संभावना जताई थी। आर्थिक मोर्चे पर भारत के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी चीन की आर्थिक वृद्धि दर जनवरी-मार्च तिमाही में 5.3 प्रतिशत रही है। 

मजबूत शहरी मांग से मिली इकोनॉमी को मजबूती

इंफ्रास्ट्रक्चर पर ज्यादा खर्च और मजबूत शहरी मांग ऐसे दो प्रमुख फैक्टर है, जिससे भारत की इकोनॉमी मजबूत बनी हुई है। यही कारण है कि भारतीय रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 में अर्थव्यवस्था लगभग 8% की दर से बढ़ेगी।

 

आरबीआई ने लगाया था इतना अनुमान

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 31 मार्च 2024 को समाप्त तिमाही में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुमान 6.9 फीसदी से ज्‍यादा हुई है।

आठ बुनियादी क्षेत्रों की वृद्धि दर अप्रैल में 6.2% रही

प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों और बिजली के उत्पादन में स्वस्थ विस्तार से अप्रैल में आठ प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों की वृद्धि दर बढ़कर 6.2 प्रतिशत हो गई। मार्च में आठ क्षेत्रों के उत्पादन में 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इन प्रमुख क्षेत्रों में- जिनमें कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली शामिल हैं की वृद्धि अप्रैल 2023 में 4.6 प्रतिशत थी। आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल में उर्वरक उत्पादन में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई।


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Content Writer

jyoti choudhary

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