पिछले वित्त वर्ष में 45 फीसदी बढ़ा Flipkart का घाटा

punjabkesari.in Wednesday, Oct 25, 2023 - 11:49 AM (IST)

नई दिल्लीः ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट इंडिया की संचयी आय पिछले वित्त वर्ष (2022-23) में 9 फीसदी बढ़कर 56,013 करोड़ रुपए रही। मगर वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनी का शुद्ध नुकसान इस दौरान बढ़कर 4,890.6 करोड़ रुपए रहा। वित्त वर्ष 2022 में कंपनी को 3,371.2 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म टॉफलर के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2023 में फ्लिपकार्ट का घाटा 2022 की तुलना में 45 फीसदी बढ़ गया है।

पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का कुल खर्च 60,858 करोड़ रुपए रहा, जो वित्त वर्ष 2022 के 54,580 करोड़ रुपए से 11.5 फीसदी ज्यादा है। इसमें शेयरों की खरीद, कर्मचारियों के लाभ पर किया गया खर्च और वित्तीय लागत आदि शामिल हैं। फ्लिपकार्ट की वित्तीय रिपोर्ट में कहा गया है, ‘31 मार्च, 2023 को समाप्त वित्त वर्ष में एकल आधार पर कंपनी का शुद्ध घाटा 4839.3 करोड़ रुपए रहा, जो वित्त वर्ष 2022 के 3,362.4 करोड़ रुपए से करीब 44 फीसदी ज्यादा है।’

वित्त वर्ष 2023 में फ्लिपकार्ट ने कई क्षेत्रों में निवेश किया है। इनमें कैलाइर रिटेल (22 फीसदी हिस्सेदारी), फोंटे फैशन (19 फीसदी) और लॉजिस्टिकनाउ का अधिग्रहण शामिल है। इसके अलावा फ्लिपकार्ट ने न्यूरोपिक्सल डॉट एआई लैब्स, हेल्थ आर्क्स टेक्नोलॉजीज और मेरादवाई प्रा. लि. में भी निवेश किया है। कंपनी ने इस तरह के निवेश पर करीब 169 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। उच्च न्यायालय और आयकर आयुक्त जैसे विभिन्न मंचों पर विवादों से संबंधित करीब 605 करोड़ रुपए का बकाया कंपनी ने जमा नहीं किया है।

फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कार्याधिकारी कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘2023 में बिग बिलियन डेज सेल के दौरान फ्लिपकार्ट की साइट रिकॉर्ड 1.4 अरब बार देखी गई। 8 अक्टूबर (वीआईपी और प्लस ग्राहकों के लिए 7 अक्टूबर से शुरू) से 15 अक्टूबर तक चले इस सेल में देश भर के विक्रेताओं को ग्राहकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली।’

रेडसियर स्ट्रैटजी कंसल्टेंट्स की हालिया रिपोर्ट के अनुसार 2023 के त्योहारी सीजन सेल के पहले हफ्ते में ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों पर करीब 47,000 करोड़ रुपए मूल्य के उत्पाद बिके, जो 2022 की समान अवधि से 19 फीसदी अधिक है। रेडसियर का अनुमान है कि 2023 के त्योहारी सीजन सेल के पहले हफ्ते में बिक्री के लिहाज से फ्लिपकार्ट आगे रही और सकल मर्चेंडाइज मूल्य में इसकी हिस्सेदारी 63 फीसदी पहुंच गई।

टॉफलर के अनुसार बेस्ट प्राइस ब्रांड के तहत 28 बी2बी आधुनिक थोक स्टोर चलाने वाली वॉलमार्ट इंडिया की आय वित्त वर्ष 2022-23 में इससे पिछले साल की तुलना में 7 फीसदी घटकर 5,006 करोड़ रुपए रही। इस दौरान कंपनी का शुद्ध घाटा 478 करोड़ रुपए रहा, जो वित्त वर्ष 2022 की तुलना में 60 फीसदी अधिक है। कंपनी का कुल खर्च वित्त वर्ष 2023 में 5,484 करोड़ रुपए रहा।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

jyoti choudhary

Recommended News

Related News