सितंबर में निर्यात 5.27 प्रतिशत बढ़ा, व्यापार घाटा कम होकर 2.91 अरब डॉलर पर

punjabkesari.in Saturday, Oct 03, 2020 - 03:53 PM (IST)

नई दिल्ली: देश के निर्यात में लगातार छह महीने की गिरावट पर विराम लग गया और सितंबर महीने में सालाना आधार पर यह 5.27 प्रतिशत बढ़कर 27.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस दौरान व्यापार घाटा कम होकर 2.91 अरब डॉलर पर आ गया।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के शुक्रवार को जारी आंकड़े के अनुसार आलोच्य महीने में आयात 19.6 प्रतिशत घटकर 30.31 अरब डॉलर रहा। फलस्वरूप व्यापार घाटा 2.91 अरब डॉलर रह गया।व्यापार घाटा पिछले साल सितंबर में 11.67 अरब डॉलर और निर्यात 26.02 अरब डॉलर रहा था। आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर के दौरान निर्यात में 21.43 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह 125.06 अरब डॉलर रहा है। वहीं पहली छमाही में आयात 40.06 प्रतिशत घटकर 148.69 अरब डॉलर रहा है।

जिंसों के निर्यात में वृद्धि
सितंबर में जिन जिंसों के निर्यात में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गयी है, उनमें लौह अयस्क 109.52 प्रतिशत, चावल 92.44 प्रतिशत, ऑयल मील 43.9 प्रतिशत, कालीन 42.89 प्रतिशत शामिल हैं। इसी तरह फार्मा निर्यात में 24.36 प्रतिशत, मांस, डेयरी और पॉल्ट्री उत्पादों के निर्यात में 19.96 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। इस दौरान कपास/धागा/कपड़ा/मेडअप, हथकरघा उत्पादों में 14.82 प्रतिशत, तंबाकू का निर्यात 11.09 प्रतिशत, पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात 4.17 प्रतिशत, इंजीनियरिंग सामान का 3.73 प्रतिशत, रसायन का 2.87 प्रतिशत और कॉफी का निर्यात 0.79 प्रतिशत बढ़ा।

सोने के आयात में 52.85 प्रतिशत की गिरावट
मंत्रालय ने कहा कि सितंबर में कच्चे तेल का आयात 35.92 प्रतिशत घटकर 5.82 अरब डॉलर रह गया। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कच्चे तेल का आयात 51.14 प्रतिशत घटकर 31.85 अरब डॉलर पर आ गया। आंकडों के अनुसार इस साल सितंबर में गैर-तेल आयात 14.41 प्रतिशत घटकर 24.48 अरब डॉलर रहा। शुरुआती आंकड़ों के अनुसार पहली छमाही में गैर-तेल आयात 36.12 प्रतिशत घटकर 116.83 अरब डॉलर पर आ गया। सितंबर में सोने के आयात में 52.85 प्रतिशत की गिरावट आई। कोविड-19 महामारी और वैश्विक मांग में नरमी के कारण निर्यात वृद्धि में मार्च महीने से गिरावट जारी थी।

पुनरूद्धार का संकेत
निर्यात आंकड़े के बारे में निर्यातकों का शीर्ष संगठन फियो के अध्यक्ष शरद कुमार सर्राफ ने कहा कि 2020-21 में पहली बार मासिक निर्यात में सकारात्मक वृद्धि हुई है। यह पुनरूद्धार का संकेत है। लॉकडाउन पाबंदियों में धीरे-धीरे ढील दिये जाने से कारोबारी धारणा सुधरी है। उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा दुनिया भर में चीन विरोधी धारणा की वजह से निर्यात में सुधार हुआ है। व्यापार गतिविधियां और आर्थिक धारणा वैश्विक स्तर पर सामान्य होने की दिशा में बढ़ रही हैं। निर्यातकों को दुनिया भर से आर्डर मिलने शुरू हो गये हैं....।’ सर्राफ ने कहा कि चालू प्रवृत्ति जारी रही तो 2020-21 में निर्यात 290 से 300 अरब डॉलर के दायरे में रह सकता है।
 


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rajesh kumar

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