EPFO ज्यादा रिटर्न के लिए निवेश का दायरा बढ़ाने पर कल करेगा विचार

punjabkesari.in Monday, Jun 25, 2018 - 06:20 PM (IST)

नई दिल्लीः कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) का न्यासी बोर्ड शेयर में निवेश पर रिटर्न अधिकतम करने के लिए इक्विटी से जुड़ी योजनाओं या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश का दायरा व्यापक बनाने पर कल होने वाली बैठक में विचार कर सकता है।

बैठक के लिए सूचीबद्ध एजेंडा के अनुसार इसके अलावा ईपीएफओ निदेशक मंडल अपने कोष के प्रबंधन के लिए 5 कोष प्रबंधकों एसबीआई, आईसीआईसीआई सिक्योरिटी प्राइमरी डीलरशिप, रिलायंस कैपिटल, एचएसबीसी एएमसी तथा यूटीआई एएमसी को 6 माह का विस्तार देने के प्रस्ताव पर भी विचार करेगा। पांचों कोष प्रबंधकों को एक अप्रैल 2015 से 3 साल के लिए नियुक्त किया गया था। उन्हें 30 जून 2018 तक सेवा विस्तार दिया गया। अब यह प्रस्ताव है कि पांचों कोष प्रबंधकों को 31 दिसंबर 2018 तक या नये कोष प्रबंधकों की नियुक्ति तक सेवा विस्तार दिया जाए।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईपीएफओ ईटीएफ में निवेश कर रहा है और अब शेयर बाजारों में निवेश पर रिटर्न अधिकतम करना चाहता है। फिलहाल संगठन ने यूटीआई म्यूचुअल फंड, एसबीआई म्यूचुअल फंड, सीपीएसई ईटीएफ तथा भारत 22 में निवेश किए हैं। ईपीएफओ को निवेश पर सर्वाधिक 17.01 प्रतिशत रिटर्न यूटीआई म्यूचुअल फंड से मिला है। इसमें 8,995.04 करोड़ रुपए का निवेश किया गया। इसके बाद एसबीआई म्यूचुअल फंड का स्थान रहा जिसमें 34,603.64 करोड़ रुपए के निवेश पर 16.07 प्रतिशत रिटर्न मिला। इसके अलावा सीपीएसई ईटीएफ में 1,860.81 करोड़ रुपए के निवेश पर 7.94 प्रतिशत तथा भारत- 22 में 2,024.75 करोड़ रुपए के निवेश पर 8.46 प्रतिशत रिटर्न मिला।

बेहतर रिटर्न को देखते हुए ईपीएफओ इक्विटी से जुड़ी योजना में निवेश का दायरा बढ़ाने पर विचार कर रहा है। अधिकारी ने कहा कि बैठक में ईटीएफ में मौजूदा निवेश योग्य पूंजी का 15 प्रतिशत निवेश की सीमा को बढ़ाने पर भी विचार किया जा सकता है। ईपीएफओ ने अगस्त 2015 में निवेश योग्य जमा पूंजी का 5 प्रतिशत निवेश शेयर बाजार में करने के साथ शुरूआत की थी। इसके बाद 2016- 17 में इसे 10 प्रतिशत और 2017-18 में 15 प्रतिशत कर दिया गया।

ईपीएफओ पेंशन योजना धारकों की मासिक पेंशन बढ़ाकर न्यूनतम 2,000 रुपए करने के प्रस्ताव के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा कि एजेंडा में यह शामिल नहीं है लेकिन अध्यक्ष की अनुमति से किसी भी मुद्दे पर विचार किया जा सकता है। 


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jyoti choudhary

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