Cooking oil Price: खाद्य तेल आयात 4 साल के निचले स्तर पर, कीमतों में और बढ़ोतरी की आशंका
punjabkesari.in Tuesday, Mar 04, 2025 - 03:55 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः पिछले साल सितंबर में खाद्य तेलों पर आयात शुल्क बढ़ाने के फैसले का असर अब भी जारी है। फरवरी 2025 में खाद्य तेल का आयात चार साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है, जिससे कीमतों में और बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। मौजूदा साल में खाने के तेल की कीमतें 3 से 11 रुपए तक बढ़ चुकी हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, आयात शुल्क में बढ़ोतरी के चलते तेल की आपूर्ति में कमी आई है।
आयात में भारी गिरावट
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोया ऑयल और सूरजमुखी तेल के आयात में तेज गिरावट आई, जिससे कुल खाद्य तेल आयात फरवरी में 12% घटकर 8.84 लाख टन पर आ गया, जो फरवरी 2021 के बाद सबसे कम है। पाम ऑयल का आयात जनवरी में 14 साल के निचले स्तर पर था लेकिन फरवरी में यह 36% बढ़कर 3.74 लाख टन हो गया।
हालांकि, सोया तेल और सूरजमुखी तेल का आयात भारी गिरावट के साथ 8 महीने और 5 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया।
सोया तेल: 36% गिरकर 2.84 लाख टन
- सूरजमुखी तेल: 22% घटकर 2.26 लाख टन
- कम आयात के कारण खाद्य तेल का स्टॉक 26% गिरकर 1.6 मिलियन टन रह गया, जो 4 साल में सबसे कम स्तर है।
आयात शुल्क में और बढ़ोतरी के संकेत
जानकारों का कहना है कि सरकार स्थानीय किसानों को बढ़ावा देने के लिए आयात शुल्क में और वृद्धि कर सकती है। इससे घरेलू उत्पादन को बल मिलेगा, लेकिन आयात घटने और स्टॉक कम होने के कारण आने वाले दिनों में खाद्य तेल की कीमतों में और तेजी आ सकती है।
खाद्य तेल की कीमतों में बढ़ोतरी
मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स के आंकड़ों के अनुसार, इस साल अब तक खाद्य तेलों की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है:
- वनस्पति तेल: ₹170 से ₹176 (₹6 की वृद्धि)
- सोया तेल: ₹158 से ₹163 (₹5 की वृद्धि)
- सूरजमुखी तेल: ₹170 से ₹181 (₹11 की वृद्धि)
- पाम तेल: ₹143 से ₹146 (₹3 की वृद्धि)
मार्च में आयात बढ़ने की उम्मीद
विशेषज्ञों का मानना है कि जनवरी और फरवरी में कम आयात के बाद, मार्च से भारत का खाद्य तेल आयात बढ़ सकता है। भारत मुख्य रूप से इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड से पाम तेल, जबकि अर्जेंटीना, ब्राजील, रूस और यूक्रेन से सोया और सूरजमुखी तेल आयात करता है।