2 साल तक अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद नहीं: नाइक

punjabkesari.in Thursday, Sep 28, 2017 - 12:18 PM (IST)

नई दिल्ली: अर्थव्यवस्था में अगले 2 सालों दौरान सुधार की संभावना कम ही है क्योंकि सरकार चुनावी मुद्रा में होगी, वहीं निजी क्षेत्र की कम्पनियां 6.5 लाख करोड़ रुपए की कर्ज समस्या से जूझ रही हैं। यह कहना है देश की सबसे बड़ी बुनियादी ढांचा क्षेत्र की कम्पनी लार्सन एंड टुब्रो के ग्रुप कार्यकारी चेयरमैन अनिल मणिभाई नाइक का। नाइक ने बताया कि देश चुनावी मुद्रा में है। अगले 2 साल दौरान आम चुनाव के अलावा कुछ राज्यों में भी चुनाव होने हैं। इससे सरकार का शीर्ष नेतृत्व चुनावी अभियान में व्यस्त रहेगा और प्रशासन पर ज्यादा ध्यान देना संभव नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र भी निवेश करने की स्थिति में नहीं हैं क्योंकि कई कम्पनियां पहले से ही कर्ज की समस्या से जूझ रही हैं, वहीं कुछ बड़ी कम्पनियां अपने पूंजीगत व्यय कार्यक्रम को पूरा करने के लिए ही निवेश करना चाह रही हैं। सरकार नई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को विकसित करने की जगह सामाजिक क्षेत्र पर ज्यादा खर्च कर सकती है। नाइक ने कहा कि सरकार का ध्यान प्रशासन से ज्यादा चुनाव जीतने पर होगा। ऐसे में मुझे अगले 2 साल तक अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद नजर नहीं आती है। हालांकि 2019 के बाद अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद की जा सकती है।

उन्होंने कहा कि कई ऐसे कारोबार हैं जिनका राजस्व 1,000 करोड़ रुपए से भी कम है और उससे समूह का मूल्यवर्धन नहीं हो रहा है। ऐसे में हमने इन कारोबारों से निकलने की योजना बनाई है और इसकी वजह से राजस्व को होने वाले नुक्सान की भरपाई मुख्य कारोबार में उच्च राजस्व हासिल कर की जाएगी। नकदी के ढेर पर बैठी एल. एंड टी. ने सरकार के विनिवेश कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया था और रक्षा जैसी कम्पनियों में निवेश किया जो उसका मुख्य कारोबार है। नाइक ने कहा कि अगर सही अवसर मिला तो हम 5,000 से 10,000 करोड़ रुपए निवेश करने के लिए तैयार हैं। नाइक ने कहा कि वह सलाह के लिए उपलब्ध रहेंगे।
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