वीडियोकॉन लोन मामले में चंदा कोचर की बढ़ेंगी मुश्किलें

punjabkesari.in Sunday, Aug 05, 2018 - 05:04 AM (IST)

मुम्बई/नई दिल्ली: आई.सी.आई.सी.आई. बैंक ने अमरीकी सिक्योरिटीज एक्सचेंज कमीशन को बताया है कि मैनेजिंग डायरैक्टर और सी.ई.ओ. चंदा कोचर के विरुद्ध चल रही जांच से कारोबार बहुत प्रभावित होगा क्योंकि इस समय कोचर आरोपों का सामना कर रही है, जिसने वीडियोकॉन ग्रुप को कर्ज देकर अपने पति दीपक कोचर को भारी लाभ पहुंचाया है। 

आई.सी.आई.सी.आई. बैंक ने कहा है कि उसकी प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी चंंदा कोचर के खिलाफ  जारी जांच से आगे और पड़ताल की नौबत आ सकती है और इससे लागत बढऩे के साथ उसकी साख पर भी असर पड़ेगा। यानी वीडियोकॉन लोन मामले में चंदा कोचर की मुश्किलें और बढऩे वाली हैं। बैंक की आडिट कमेटी ने जून में उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बी.एन. श्रीकृष्णा की अध्यक्षता में एक स्वतंत्र जांच समिति गठित की। समिति का काम चंदा के खिलाफ विभिन्न आरोपों की जांच करना है। इन आरोपों में भाई-भतीजावाद, एक-दूसरे को लाभ पहुंचाना तथा वीडियोकॉन समूह और उनके पति दीपक कोचर के नियंत्रण वाली कम्पनी के बीच लेन-देन में हितों का टकराव शामिल हैं। 

आई.सी.आई.सी.आई. बैंक ने अमरीकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (यू.एस. एस.ई.सी.) को 31 जुलाई को दी सूचना में कहा कि नियामकीय और प्रवर्तन प्राधिकरणों द्वारा जांच का जोखिम बढ़ा है। इससे हमारी साख पर असर पड़ सकता है। इससे अतिरिक्त लागत उठानी पड़ सकती है जिससे कारोबार करने की क्षमता पर असर पड़ सकता है। जांच के चलते कोचर को छुट्टी पर भेजा गया है। 

वह 19 जून, 2018 से छुट्टी पर हैं। इस बीच बैंक ने संदीप बख्शी को बैंक का मुख्य संचालन अधिकारी नियुक्त किया है। वह सीधे बोर्ड को रिपोर्ट करते हैं। जो मामले जांच के दायरे में हैं उनमें बैंक द्वारा 2012 को वीडियोकॉन समूह को दिया गया कर्ज और ऋण के पुनर्गठन में कोचर परिवार के सदस्यों की भूमिका, कोचर और उनके परिवार के सदस्यों पर कुछ इकाइयों को दिए गए कर्ज में देन और हितों के टकराव का आरोप है।


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Pardeep

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