सेंसेक्स फिर हुआ 60 हजारी, अगले सप्ताह आर्थिक आंकड़ों से तय होगी बाजार की चाल

Sunday, Oct 10, 2021 - 12:34 PM (IST)

मुंबईः एक सप्ताह के बाद फिर से उड़ान भरने वाले घरेलू शेयर बाजार की चाल अगले सप्ताह महंगाई के आंकड़ों और कंपनियों के तिमाही परिणामों से तय होगी। रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों को यथावत बनाए रखने के बल पर बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1293.48 अंकों की उछाल लेकर फिर से 60 हजार अंक के पार 60059.06 अंक पर पहुंच गया। इस दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 363.15 अंक चढ़कर 17895.20 अंक पर रहा।

दिग्गज कंपनियों की तरह ही छोटी कंपनियों में भी लिवाली देखी गई जबकि मझौली कंपनियों पर कुछ दबाव दिखा जिससे उसमें लिवाली थोड़ी सुस्त रही। बीएसई का मिडकैप 613.14 अंक बढ़कर 25837.34 अंक पर रहा जबकि स्मॉलकैप 1114.37 अंकों की तेजी लेकर 29 हजार अंक के पार 29329.99 अंक पर पहुंच गया। सप्ताहांत पर रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति की अपनी द्विमासिक समीक्षा बैठक की, जिसमें आगे महंगाई के जोखिम को ध्यान में रखते हुए नीतिगत दरों को यथावत छोड़ दिया गया। इसके साथ ही मौद्रिक रूख को भी उदार बनाए रखने का निर्णय लिया गया। 

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हो रही बेतहाशा बढ़ोतरी पर रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी चिंता जताई और इसको काबू किए जाने की आवश्यकता बताई। चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में खुदरा महंगाई के छह प्रतिशत की ओर बढ़ने का अनुमान जताते हुए उन्होंने कहा कि डीजल और पेट्रोल की कीमतों को नियंत्रित किए जाने की आवश्यकता है। आर्थिक विकास अनुमान को 9.5 प्रतिशत पर यथावत रखते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद टीकाकरण में आई तेजी से अर्थव्यवस्था को भी बल मिल रहा है और आर्थिक गतिविधियां तेजी से सुधर रही है।

इस दौरान बाजार बंद होने पर देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टीसीएस का तिमाही वित्तीय लेखा जोखा पेश किया गया, जो विश्लेषकों के अनुमान के अनुरूप नहीं रहा है। इसके साथ ही कंपनी छोड़ने वाले कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। विश्लेषक इसे चिंताजनक बता रहे हैं। अगले सप्ताह टीसीएस के परिणाम का असर भी बाजार पर दिख सकता है और आईटी समूह में बिकवाली हो सकती है। इसके साथ ही खुदरा महंगाई और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के आंकड़ 12अक्टूबर को जारी होने है तथा 14 अक्टूबर को थोक महंगाई के आंकड़े आयेंगे। उनका भी असर बाजार पर दिख सकता है। इसके अतिरिक्त इंफोसिस और विप्रो जैसी दिग्गज कंपनियों के तिमाही परिणाम भी अलगे सप्ताह आने है।  
 
 

jyoti choudhary

Advertising