बिड़ला समूह का रियल्टी क्षेत्र पर जोर, FY22 में 1000 करोड़ रुपए के पूंजी खर्च करने की योजना

punjabkesari.in Monday, May 24, 2021 - 11:10 AM (IST)

मुंबईः बिड़ला समूह की कंपनी सेंचुरी टैक्सटाइल्स एण्ड इंडस्ट्रीज अब रियल एस्टेट कारोबार पर ज्यादा ध्यान देगी। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के दौरान रियल एस्टेट क्षेत्र में जारी मौजूदा परियोजनाओं और नई परियोजनाओं के लिए 1,000 करोड़ रुपए का पूंजी व्यय तय किया है। कंपनी की परियोजनाओं में सुपर प्रीमियम वोरली प्रोजैक्ट भी शामिल है। सेंचुरी टैक्सटाइल्स एण्ड इंडस्ट्रीज तीन अलग अलग क्षेत्रों में कारोबार करती है। कंपनी की कागज और लुग्दी, रियल्टी और पेपर टिश्यू के क्षेत्र में अलग अलग इकाइयां हैं। उसके कुल कारोबार में 70 प्रतिशत से अधिक योगदान कागज और लुग्दी व्यवसाय का होता है। 

बहरहाल, अब कंपनी रियल एस्टेट की तरफ अधिक ध्यान देने जा रही है। ए वी बिड़ला समूह की कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि कंपनी के अन्य दो कारोबारों के मुकाबले रियल एस्टेट क्षेत्र का पूंजी व्यय नौ गुणा अधिक है। सेंचुरी टैक्सटाइल्स ने 2016 में बिड़ला एस्टेट्स नाम से रियल एस्टेट कारोबार शुरू किया। उसके पास जमीन की अच्छी उपलब्धता है, इस लिहाज से जमीन की लागत के मामले में वह अधिक आकर्षक स्थिति में है खासकर जिन शहरों में उसका ध्यान है वहां इसका लाभ उठा सकती है। कंपनी मुंबई, उसके आसपास के इलाकों, दिल्ली एनसीआर, बेंगलूरू और पुणे में रियल्टी परियोजनाओं पर गौर कर रही है। 

सेंचुरी टैक्सटाइल्स के प्रबंध निदेशक जे सी लाढा ने कहा, ‘‘इस वित्त वर्ष में बिड़ला एस्टेट के लिए हमने 1,000 करोड़ रुपए का पूंजी व्यय रखा है। हमारा रियल एस्टेट क्षेत्र पर अधिक ध्यान रहेगा और अगले तीन से पांच साल में हम इस क्षेत्र के शीर्ष पांच खिलाडि़यों में शामिल होना चाहते हैं।'' कंपनी के कुल कारोबार में 70 प्रतिशत से अधिक का योगदान रखने वाले कागज और लुग्दी व्यवसाय में इसके मुकाबले केवल 100 करोड़ रुपए का पूंजी व्यय रखा गया है और वह भी नियमित रूप से होने वाले प्रौद्योगिकी उन्नयन कार्यों के लिए। उन्होंने कहा कि पेपर टिश्यू व्यवसाय में पर्याप्त स्थापित क्षमता मौजूद है। 

समूह का वित्त वर्ष 2020-21 में कुल 2,567 करोड़ रुपए का कारोबार रहा है। इसमें से कागज और लुग्दी व्यवसाय का हिस्सा 70 प्रतिशत से अधिक, कपड़ा कारोबार का 25 प्रतिशत और शेष पांच प्रतिशत यानी करीब 125 करोड़ रुपए का कारोबार रियल्टी क्षेत्र से रहा है। यह मुख्य तौर पर मुंबई स्थित संपत्ति के किराए से कंपनी को प्राप्त हुआ। सेंचुरी टैक्सटाइल्स ब्रिटिश साम्राज्य के समय 1897 में एक कपड़ा कंपनी के तौर पर स्थापित हुई थी। बिड़ला परिवार ने इसे 1951 में खरीदा। उसके बाद से कंपनी 1994 से तीन बार बड़े पुनर्गठन के दौर से गुजर चुकी है।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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