ऑटो एक्सपो 2020 को नया जोश पैदा करने के अवसर के रूप में देख रहा है वाहन उद्योग: सियाम

punjabkesari.in Saturday, Dec 21, 2019 - 11:55 AM (IST)

नई दिल्लीः मंदी से प्रभावित ऑटो उद्योग फरवरी में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आयोजित की जारही प्रदर्शनी ‘ऑटो एक्सपो-2000' को इस बाजार में नया जोश पैदा करने के एक अवसर के रूप में देख रहा है। वैसे इस बार कुछ बड़ी कंपनियां दो साल में एक आर होने वाली इस बड़े आयोजन में नहीं आ रही है।

भारतीय आटोमोबाइल विनिर्माताओं के उद्योग संगठन (एसआईएएम) ने शुक्रवार को कहा कि ग्रेटर नोएडा में इस बार यह प्रदर्शनी 5-12 फरवरी तक चलेगी। इसमें 60 से अधिक नए वाहनों की प्रस्तुति या अनावरण किए जाने की उम्मीद है। चीन की ग्रेट वॉल मोटर कंपनी और फर्स्ट ऑटोमोटिव वर्क्स (एफएडब्ल्यू) भारत की इस प्रदर्शनी में पहली बार भाग लेंगी। होंडा, टोयोटा, फोर्ड, बीएमडब्ल्यू, ऑडी, लेक्सस, वोल्वो और जगुआर लैंड रोवर के साथ साथ दोपहिया वाहनों की बड़ी कंपनियां हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर कंपनी एक्सपो इस बार इस प्रदर्शनी में नहीं आ रही हैं। लेकिन 2018 में अनुपस्थित रहीं मारुति सुजुकी, हुंडई, एम एंड एम, टाटा मोटर्स और किआ के साथ-साथ स्कोडा और फाक्सवैगन ब्रांड इस बार इस एक्सपो में भाग लेंने जा रही हैं।

एसआईएएम के अध्यक्ष राजन वढेरा ने कहा, ‘‘ऑटो एक्सपो 2020 ऑटो इंडस्ट्री के पुनरुद्धार के लिए लॉन्चिंग पैड साबित होगा।'' उन्होंने कहा कि लगातार पिछले पांच तिमाहियों में ऑटो सेक्टर में मंदी के असर से कंपनियों की भागीदारी पर पड़ा है। टिकट की दरें पिछली बार की ही तरह 350 रुपए से 750 रुपए के बीच में रखी गयी हैं। इस बार आम दर्शकों की संख्या पिछली बार के छह लाख से ज्यादा होने की संभावना है। वढेरा ने कहा कि एक्सपो के मुख्य आकर्षण इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड और कनेक्टेड वाहनों के अलावा एक अप्रैल, 2020 से लागू होने वाले बीएस- छह मानदंडों को ध्यान में रखते हुए स्वच्छ वाहन होंगे।
 


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