म्युचुअल फंडों का AUM पहली बार 20 लाख करोड़ रुपए के पार

punjabkesari.in Saturday, Dec 09, 2023 - 03:31 PM (IST)

नई दिल्लीः एक्टिव इक्विटी योजनाओं वाले म्युचुअल फंडों (MF) के पास मौजूद संपत्तियां (AUM) नवंबर में पहली बार 20 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गईं। शेयर बाजार में लगातार तेजी के कारण बीते महीने इसमें रिकॉर्ड 1.5 लाख करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। नवंबर में निफ्टी 500 में आई तेजी से एयूएम में 8 फीसदी का उछाल आई है।

म्युचुअल फंडों के संगठन एम्फी के आंकड़ों के मुताबिक मार्च अंत की एयूएम के मुकाबले एक्टिव इक्विटी योजनाओं की संपत्तियां 34 फीसदी या 5.2 लाख करोड़ रुपए बढ़ी हैं। शेयर बाजार में मार्च के बाद आई तेजी और फंडों में निवेश बढ़ने से एयूएम में जोरदार इजाफा हुआ है। वित्त वर्ष 2024 में (30 नवंबर तक) निफ्टी 15.7 फीसदी और सेंसेक्स 13.4 फीसदी बढ़ा है। इन 8 महीनों में म्युचुअल फंडों ने एक्टिव इक्विटी योजनाओं में 95,800 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश हासिल किया है, जो वित्त वर्ष 2023 की समान अवधि में 90,680 करोड़ रुपए था।

नवंबर में एक्टिव इक्विटी योजनाओं में 15,536 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश आया, जो अक्टूबर की तुलना में 22 फीसदी कम है मगर चालू वित्त वर्ष के औसत से ज्यादा है। नवंबर में सकल निवेश 11 फीसदी कम होकर 38,885 करोड़ रुपए रहा। इन योजनाओं से निकासी तकरीबन 23,350 करोड़ रुपए रही, जो अक्टूबर में भी करीब इतनी ही थी।

कोटक म्युचुअल फंड में सेल्स, मार्केटिंग एवं डिजिटल कारोबार के प्रमुख मनीष मेहता ने कहा, ‘दीवाली और बैंक में छुट्टियों के कारण संभवत: नवंबर में इक्विटी योजनाओं में शुद्ध निवेश प्रभावित हुआ है। कई संपत्तियों में आवंटन श्रेणी वाली योजनाओं में निवेश जारी रहा। एसआईपी ने भी नए निवेशक आकर्षित किए।’

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) में निवेशकों ने जमकर पैसे लगाए और नवंबर में इसमें कुल 17,073 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड निवेश हुआ। अक्टूबर में एसआईपी में 16,928 करोड़ रुपए का निवेश हुआ था। इस दौरान 30 लाख से ज्यादा नए एसआईपी खाते खोले गए।

म्युचुअल फंड उद्योग की कुल एयूएम 5 फीसदी बढ़कर 49 लाख करोड़ रुपए हो गई और यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से इक्विटी योजनाओं में निवेश का मूल्य बढ़ने की वजह से हुई है। एम्फी के मुख्य कार्याधिकारी एनएस वेंकटेश ने कहा, ‘एयूएम लगातार बढ़ रही है, जो निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दर्शाती है। कुल एयूएम नवंबर में 49,04,992 करोड़ रुपए रही। हमें लगता है कि दिसंबर में भी यही रुझान रहेगा।’

डेट फंड इस मामले में पीछे रहे क्योंकि निवेशकों ने इन योजनाओं से 4,700 करोड़ रुपए की निकासी की। सबसे ज्यादा निकासी कॉरपोरेट बॉन्ड फंडों और अल्पावधि फंडों में की गई। टाटा एएमसी के आनंद वरदराजन ने कहा, ‘प्रतिफल काफी आकर्षक दिख रहा है मगर तरलता कम होने से शुद्ध निवेश पर दबाव पड़ सकता है।’ इक्विटी योजनाओं में मिडकैप और स्मॉलकैप फंडों में सबसे ज्यादा निवेश आया।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

jyoti choudhary

Recommended News

Related News