एटलस साइकिल ने बंद किया आखिरी कारखाना, हजार के करीब कर्मचारी बेरोज़गार

punjabkesari.in Saturday, Jun 06, 2020 - 01:34 PM (IST)

नई दिल्लीः करीब 70 साल पहले राजधानी ​नई दिल्ली से 40 किलोमीटर दूर ​हरियाणा के सोनीपत में भारत के जिस भरोसे की शुरुआत हुई थी, वो अब खत्म हो चुकी है। साइकिल निर्माता कंपनी एटलस (Atlas Cycles) ने 3 जून को साहिबाबाद में अपनी अं​तिम फैक्ट्री को भी बंद कर दिया है। स्टॉकहोम के नोबेल म्यूजियम के दिवारों पर भी चमकने वाली एटलस अब उस ​इतिहास का पन्ना बन गई है। एटलस साइकिल करोड़ों भारतीयों के लिए किसी नोस्टेल्जिया से कम नहीं है।

पिछले साल ही दिसंबर में एक भारतीय पत्रकार से स्वीडेन के स्टॉकहोम स्थि​त नोबेल म्यूजियम में काली रंग की साइकिल को लेकर बताया गया कि 'यह आम साइकिल नहीं है।' म्यूजियम के क्यूरेटर ने यह जानकारी एक ऐसे समय पर दी जब इंडियन-अमेरिकन अर्थशास्त्री अभीजित बनर्जी और उनकी पत्नी इस्थर डुफ्लो और माइकल क्रेमर को 2019 के लिए इकोनॉमिक्स को अवार्ड मिला था।

साहिबाबाद फैक्ट्री के बाहर लगा नोटिस
एटलस साइकिल की शुरुआत हरियाणा के सोनीपत में साल 1951 में की गई थी। अब कंपनी ने साहिबाबाद स्थिति अपने अंतिम फैक्ट्री को भी बंद कर दिया है। फैक्ट्री के गेट पर लगे एक नोटिस पर लिखा गया है, 'हमें अपने हर दिन के संचालन के लिए फंड जुटाने में परेशानी हो रही है। हम कच्चा माल खरीदने में भी असमर्थ हैं। मौजूदा संकट में प्रबंधन फैक्ट्री चलाने की स्थिति में नहीं है।'

कर्मचारी यूनियन के महासचिव महेश कुमार ने कहा, '1 और 2 जून को हम फैक्ट्री पर खुशी-खुशी आए कि लॉकडाउन के बाद पहली बार काम शुरू हो रहा है। प्रबंधन की तरफ से इसका बिल्कुल संकेत नहीं था कि वो फैक्ट्री बंद करने पर विचार कर रहे हैं।' कुमार ने बताया कि बुधवार को जैसे ही हम गेट पर पहुंचे तो हमें गार्ड्स ने अंदर जाने से मना कर दिया। इस कारखाने में परमानेंट और कांट्रेक्ट आधार पर करीब एक हजार कर्मचारी काम करते हैं और वे भी पिछले 20 साल से कंपनी में हैं।

पहले साल ही कंपनी को मिली शानदार कामयाबी
1951 में एटलस की शुरुआत जानकी दास कपूर ने की थी। एक टिन शेड से शुरू हुई यह फैक्ट्री महज 12 महीने में ही 25 एकड़ के फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स में तब्दील हो गई। ऑपरेशन शुरू होने के पहले साल ही एटलस ने 12,000 साइकिल बेचा था। साल 1958 में कंपनी ने विदेश में अपना पहल एक्सपोर्ट किया था।

एशियन गेम्स में साइकिल की सप्लाई कर चुकी है एटलस
साल 1978 में इस कंपनी ने भारत की पहली रेसिंग साइकिल को लॉन्च किया था। 1982 में दिल्ली एशियन गेम्स में साइकिल के लिए यह कंपनी आधिकारिक सप्लायर थी। साल 2004 से कंपनी के लिए मुश्किलें शुरू हुई।
 


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jyoti choudhary

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