सिन्हा चाहते हैं और कम हों ब्याज दरें

punjabkesari.in Sunday, Apr 26, 2015 - 03:05 PM (IST)

कोलकाता: वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने आज कहा कि देश में कर्ज और सस्ता होना चाहिए और उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक इस बात पर जरूर गौर करेगा। उन्होंने कहा कि यदि लोग ज्यादा कर्ज लेंगे तो खरीदारी बढ़ेगी और उससे आर्थिक वृद्धि दर को बढ़ावा मिलेगा।   

सिन्हा ने यहां भारत चैम्बर ऑफ कामर्स की आेर से आयोजित एक परिचर्चा में संवाददाताओं से अलग से बातचीत में कहा, ‘ब्याज दरें और कम होनी चाहिए ताकि ज्यादा लिया जा सके और उससे चीजों की खरीदारी बढे। रिजर्व बैंक को इस पहलू पर ध्यान देना चाहिए।’’ उनसे पूछा गया था कि क्या रिजर्व बैंक को नीतिगत ब्याज और घटानी चाहिए।  

उन्होंने कहा, ‘रिजर्व बैंक बहुत पेशेवर संगठन और आंकड़ों को देख कर चलता है। वह कोई निर्णय करने से पहले तथ्यों को देखेगा ''इस लिए देखें कि आंकड़े क्या कहने वाले हैं। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया अटकी पड़ी परियोजनाओं के लिए ब्याज दर में कटौती कोई अनिवार्य शर्त नहीं है।  

उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी ऋण (बांड) के प्रबंध का काम रिजर्व बैंक से हटाने के प्रस्ताव का केंद्रीय बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों के आेर से काफी विरोध है पर उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘दुनिया भर में सरकारी ऋणों का प्रबंध देशों के केंद्रीय बैंक के कार्य क्षेत्र के बाहर ही रखा गया है। लेकिन (भारत में) यह काम रिजर्व बैंक बखूबी करता आ रहा है। जब आप अच्छा काम कर रहे हैं तो इस तरह के विरोध की उम्मीद की जा सकती है। रिजर्व बैंक के गवर्नर को भी लोक ऋण प्रबंध के लिए अलग कार्यालय बनाने के बारे में कुछ आपत्तियां हैं।’’ 


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