मुद्रास्फीति 3 माह के निम्न स्तर पर

Tuesday, Apr 14, 2015 - 10:37 AM (IST)

नई दिल्ली: बैमौसम बारिश के बावजूद खाद्य वस्तुओं की कीमतों में नरमी से खुदरा मुद्रास्फीति 3 महीने के निम्न स्तर 5.17 प्रतिशत पर आ गई। इससे रिजर्व बैंक की नीतिगत दर में कटौती की उद्योगों की मांग ने फिर जोर पकड़ा है। सरकार द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी में 5.37 प्रतिशत तथा जनवरी में 5.19 प्रतिशत थी।

पिछले साल मार्च में यह 8.25 प्रतिशत पर थी। दूध, सब्जी तथा फलों के दाम नरम होने से खाद्य मुद्रास्फीति मार्च में 6.14 प्रतिशत पर आ गई जो फरवरी में 6.79 प्रतिशत थी। इस साल 2 बार रेपो दर में कटौती के बाद रिजर्व बैंक ने नए वित्त वर्ष में द्विवार्षिक मौद्रिक नीति घोषणा में प्रमुख नीतिगत ब्याज दर को स्थिर रखा। बेमौसम बारिश से उपजी आशंका के चलते खाद्य वस्तुओं की कीमतों पर पडऩे वाले प्रभाव के मद्देनजर केंद्रीय बैंक ने नीतिगत दर को स्थिर रखा। उद्योग मंडल सी.आई.आई. के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि मुद्रास्फीति नरम बनी हुई है और वास्तव में पिछले महीने से तुलना करने में इसमें कमी आई है।

उन्होंने कहा, ''''इससे रिजर्व बैंक को मुद्रास्फीति पर पडऩे वाली आशंका की चिंता किए बिना वृद्धि को गति देने के लिए नीतिगत दर में कमी लाने का चक्र शुरू करना चाहिए।'''' भारत में डेलायट के वरिष्ठ निदेशक अनीस चक्रवर्ती ने कहा कि बेमौसम बारिश के बावजूद खुदरा मुद्रास्फीति में गिरावट सकारात्मक घटनाक्रम है मासिक आधार पर खाद्य मुद्रास्फीति कम हुई है। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति में गिरावट इस बात का समर्थन करता है कि नीतिगत दर में कमी अपरिहार्य है।
 

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