Apple ने फिर दिखाया भारत पर भरोसा, झोंका अरबों का निवेश, ट्रंप की चेतावनी का नहीं हुआ असर
punjabkesari.in Tuesday, May 20, 2025 - 11:40 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत में iPhone उत्पादन पर आपत्ति जताने के बावजूद, एपल के सीईओ टिम कुक ने अपनी रणनीति में कोई बदलाव नहीं किया है। कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग साझेदार फॉक्सकॉन और होन हाई प्रिसिजन इंडस्ट्री (Hon Hai Precision, जिसे फॉक्सकॉन के नाम से जाना जाता है) ने भारत में बड़े पैमाने पर निवेश की घोषणा की है।
पिछले पांच दिनों में फॉक्सकॉन ने 1.48 अरब डॉलर (करीब ₹12,800 करोड़) का निवेश किया है, जबकि होन हाई ने भारत में $1.5 अरब डॉलर (₹12,500 करोड़ से अधिक) के निवेश की पुष्टि की है। दोनों कंपनियों ने यह जानकारी अपनी स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में दी है।
तमिलनाडु बना मैन्युफैक्चरिंग हॉटस्पॉट
फॉक्सकॉन ने यह निवेश अपनी सिंगापुर यूनिट के जरिए तमिलनाडु स्थित युजान टेक्नोलॉजी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड में किया है। 14 मई से 19 मई के बीच किया गया यह निवेश Apple की भारत में iPhone उत्पादन बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है।
दूसरी ओर, होन हाई ने अपने ताइवानी निवेशकों को सूचित किया है कि वह चीन से प्रोडक्शन शिफ्ट कर भारत में निर्माण बढ़ाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
Apple भारत को बना रहा है iPhone हब
टिम कुक ने हाल में कहा कि जून तिमाही से अमेरिका में बिकने वाले अधिकांश iPhones भारत में बने होंगे। चीन, जहां अब व्यापार और शुल्क को लेकर अनिश्चितता है, वहां अब मुख्य रूप से अन्य बाजारों के लिए निर्माण होगा।
भारत में फॉक्सकॉन, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन जैसे बड़े मैन्युफैक्चरिंग प्लेयर Apple के लिए काम कर रहे हैं। टाटा ग्रुप ने हाल ही में विस्ट्रॉन इंडिया का अधिग्रहण किया है और पेगाट्रॉन के भारतीय ऑपरेशंस को भी संभाल रहा है।
कम लागत, बड़ी ताकत
भारत में मैन्युफैक्चरिंग इसलिए तेज़ी से बढ़ा रहा है क्योंकि यहां उत्पादन लागत अमेरिका की तुलना में काफी कम है। साथ ही, भारत सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना और व्यापारिक माहौल में सुधार से ग्लोबल कंपनियां भारत की ओर आकर्षित हो रही हैं।