Pahalgam Attack: आतंकी हमले ने छीनी कश्मीर की मुस्कान, टूरिज्म और रोजगार पर मंडराया संकट
punjabkesari.in Wednesday, Apr 23, 2025 - 01:07 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः एक बार फिर आतंकवाद ने कश्मीर की वादियों को दहला दिया है। पहलगाम में सैलानियों पर हुए ताज़ा आतंकी हमले ने न केवल मासूम पर्यटकों की जान ली, बल्कि कश्मीर की सांस्कृतिक विरासत और अर्थव्यवस्था को भी गहरा झटका दिया है। यह हमला सिर्फ इंसानों पर नहीं, बल्कि लाखों कश्मीरियों की रोजी-रोटी पर सीधा वार है।
पर्यटन से चलती है कश्मीर की अर्थव्यवस्था
हर साल करोड़ों सैलानी टूरिस्ट श्रीनगर घूमने के लिए जाते हैं। इन टूरिस्ट से श्रीनगर और कश्मीर की कमाई होती है क्योंकि यही टूरिज्म उनके कमाई का जरिया है। कश्मीर की करीब 12,000 करोड़ रुपए की टूरिज्म इंडस्ट्री, राज्य की GDP में लगभग 7-8% का योगदान देती है। सरकार को उम्मीद थी कि 2030 तक ये आंकड़ा 25,000 करोड़ रुपए को पार कर जाएगा लेकिन इस आतंकी वारदात ने इस विकास की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है।
2.5 लाख लोगों की रोज़ी पर संकट
पर्यटन से जुड़े होटल, हाउस बोट, टैक्सी, गाइड और हस्तशिल्प जैसी सेवाओं से करीब 2.5 लाख लोग रोजगार पाते हैं। डल झील की 1500 हाउस बोट, हजारों होटल और टैक्सी सर्विसेस इस हमले के बाद वीरान हो गई हैं। बुकिंग्स में भारी संख्या में कैंसिलेशन देखे जा रहे हैं।
लाखों पर्यटक अब डर के साये में
साल 2024 में कश्मीर में 2.36 करोड़ टूरिस्ट आए थे, जिनमें 65,000 विदेशी पर्यटक शामिल थे। सिर्फ गुलमर्ग ने 103 करोड़ रुपए का राजस्व कमाया। अब डल झील, सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम जैसे हॉटस्पॉट सन्नाटे में डूब गए हैं।
शूटिंग और वेडिंग डेस्टिनेशन भी प्रभावित
कश्मीर हाल ही में बॉलीवुड, ओटीटी प्रोजेक्ट्स और डेस्टिनेशन वेडिंग्स के लिए भी लोकप्रिय बना था। लेकिन अब कई फिल्म यूनिट्स और आयोजक अपने प्लान्स को रोक रहे हैं।
केंद्र की योजनाओं को झटका
सरकार ने कश्मीर में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए 1000 करोड़ रुपए की योजना, वंदे भारत ट्रेन और ऑन-अराइवल वीज़ा जैसी योजनाएं शुरू की थीं। 75 नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित किए जा रहे थे लेकिन एक आतंकी हमले ने इन सभी प्रयासों की गति को धीमा कर दिया है।