एयर इंडिया ने अलग अंदाज में किया बापू को याद, पोट्रेट पेंट कर दी श्रद्धांजलि
punjabkesari.in Wednesday, Oct 02, 2019 - 11:29 AM (IST)
बिजनेस डेस्कः आज देशभर में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई जा रही है। इस अवसर पर देशभर में कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इस मौके पर सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया ने बापू को अलग अंदाज में याद किया है। एयर इंडिया ने इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (दिल्ली) में एयरबस A320 एयरक्राफ्ट की टेल पर महात्मा गांधी के पोट्रेट पेंट कर बापू को श्रद्धांजलि दी है।
#AirIndia to operate a flight between Delhi-Mumbai with a portrait of #MahatmaGandhi on its tail #GandhiJayanti #GandhiAt150 pic.twitter.com/8imVBOixcZ
— Doordarshan News (@DDNewsLive) October 2, 2019
इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने राजघाट पहुंच कर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी के अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने भी बापू को श्रद्धांजलि अर्पित किया। इसके अलावा देश आज पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की भी जयंती मना रहा है।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट करके उनको भी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस बीच खेल मंत्री किरण रिजिजू ने इंदिरा गांधी स्टेडियम से 'फिट इंडिया प्लॉग रन' की शुरुआत की।
सबसे पहले कब छपी भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर?
दरअसल भारतीय नोटों पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर सबसे पहले साल 1969 में आई थी। जिस नोट पर महात्मा गांधी की पहली तस्वीर जारी की गई वो 100 रुपए का स्मारक नोट था जिस पर सेवाग्राम आश्रम में बैठे महात्मा गांधी को दिखाया गया था। यही वो साल था जब महात्मा गांधी की जन्म शताब्दी मनाई गई। उस समय इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थी और एलके झा आरबीआई के गर्वनर थे। हालांकि नोटों पर राष्ट्रपिता की तस्वीर का नियमित रूप से छपाई करने का काम 1987 में ही शुरू हो पाया।
बता दें, इससे पहले भारतीय नोटोंपर किंग डॉर्ज की तस्वीर भी छपती थी। ये नोट 1949 तक चलन में थे। इसके बाद अशोक स्तंभ वाले नोट शुरू हो गए और इशके बाद जाकर 1996 में महात्मा गांधी की तस्वीर वाले कागजी नोच जारी हुए जो आजतक चलन में हैं। दरअसल 1996 में रिजर्व बैंक ने ही अशोक स्तंभ की जगह महात्मा गांधी की तस्वीर लगाने और अशोक स्तंभ की तस्वीर को बाईं तरफ निचले हिस्से पर अंकित करने का फैसला लिया था।