उड़ान का ज्यादा किराया वसूल रही एयर इंडिया

Saturday, Apr 29, 2017 - 10:49 AM (IST)

नई दिल्ली : सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया की अनुषंगी इकाई एलाइंस एयर क्षेत्रीय संपर्क योजना (आर.सी.एस.) यानी ‘उड़ान’ के तहत लोगों से तय अधिकतम सीमा से भी ज्यादा किराया वसूल रही है। उड़ान के तहत सरकार ने दूरी के हिसाब से अधिकतम किराया तय कर दिया है तथा इस मद में होने वाले नुक्सान की भरपाई सरकार द्वारा वाएबिलिटी गैप फंङ्क्षडग (वी.जी.एफ.) के जरिए की जा रही है।

एलाइंस एयर ने शिमला और दिल्ली के बीच एक तरफ की यात्रा का कुल किराया 2036 रुपए तय किया है, इसमें 1920 रुपए मूल किराया और 108 रुपए सेवा कर दर्शाया गया है। इस प्रकार सेवाकर 5.6 प्रतिशत के हिसाब से लगाया गया है। ‘उड़ान’ से बाहर की सामान्य फ्लाइटों के लिए भी यही दर है, इसके अलावा 4-4 रुपए के 2 अन्य शुल्क लगाए गए हैं। ‘उड़ान’ योजना के तहत 301 से 325 किलोमीटर की दूरी के लिए अधिकतम किराया 1920 रुपए तय किया गया है। पहले सरकार ने कहा था कि यह किराया सभी करों एवं शुल्कों सहित होगा।

आज इस संबंध में पूछे जाने पर नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने एक बार फिर दोहराया कि योजना के तहत तय किए गए अधिकतम किराए सभी करों एवं शुल्कों सहित हैं लेकिन एयर इंडिया द्वारा सेवा कर तय किराए से ज्यादा लगाए जाने के बारे में ध्यान आकृष्ट करवाने पर उन्होंने कहा कि किराए की कर योग्य राशि के 10 प्रतिशत पर सेवा कर लगाने का प्रावधान आर.सी.एस. के सैक्शन 2.3.3 में है।जब उनसे यह पूछा गया कि इस हिसाब से सेवाकर 1920 रुपए पर नहीं बल्कि 192 रुपए पर लगाया जाना चाहिए था जो 10.80 रुपए बनता है, सिन्हा ने कहा कि वह इसके बारे में एयर इंडिया के अधिकारियों से बात करने के बाद कोई टिप्पणी करेंगे।

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