एयर एशिया भारत में बंद करेगी अपना कारोबार, सस्‍ती उड़ान सेवा के लिए जानी जाती थी कंपनी

Tuesday, Oct 06, 2020 - 12:20 PM (IST)

नई दिल्ली: एशिया में किफायती उड़ान सेवा उपलब्ध कराने वाली एयरलाइन कंपनी एयर एशिया भारत में अपना कारोबार समेटने की तैयारी में है। इस बात की पुष्टि खुद नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने की। पुरी से पूछा गया कि एयर एशिया ने चंडीगढ़ से अपनी उड़ानें क्यों बंद कर दी तो उन्होंने कहा, 'कि भारत में एयर एशिया अपना कारोबार बंद करने वाली है। उनकी पेरेंट कंपनी में ही कोई दिक्कत है।' हालांकि, बाद में हरदीप पुरी के ऑफिस ने कहा कि उनके बयान को सही तरह से पेश नहीं किया गया है।


एयर एशिया इंडिया में टाटा ग्रुप का मैजॉरिटी स्टेक
एयर एशिया की भारतीय कंपनी एयर एशिया इंडिया में टाटा ग्रुप का मैजॉरिटी स्टेक है। हालांकि, कंपनी की ओर से एयर एशिया के भारत में कारोबार बंद करने को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की गई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि पुरी के बयान को संदर्भ से हटाकर पेश किया गया, जबकि उन्होंने तुरंत इसका स्पष्टीकरण भी दे दिया था।


क्यों लेना पड़ा यह निर्णय
बता दें कि एयर एशिया की मूल कंपनी एयर एशिया ग्रुप बीएचडी है। मलेशिया की एयर एशिया को कभी क्षेत्र में सस्ती विमानन सेवा में आई क्रांति की शुरुआत करने वाली कंपनी के तौर पर पहचाना जाता था। कोविड-19 की वजह से एयरलाइन सेक्टर बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। एयर एशिया की इस साल के अंत तक 2.5 अरब रिंगिट जुटाने की योजना है। कंपनी जापान में अपना कारोबार बंद करने पर विचार कर रही है।


एयर एशिया इंडिया ने 2014 में परिचालन शुरू किया था। कंपनी कभी मुनाफे में नहीं आई। भारत में इसकी बाजार हिस्सेदारी 6.8 फीसदी है। देश में इसके कर्मचारियों की संख्या करीब 3,000 से ज्यादा है। अब वह मलेशियाई साझेदार की 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने पर विचार कर रही है। एयर एशिया इस जॉइंट वेंचर में ज्यादा निवेश करने को तैयार नहीं है। वह चाहती है एयर एशिया इंडिया कर्ज लेकर अपना बिजनेस संभाले।

rajesh kumar

Advertising