अहलूवालिया कान्ट्रैक्ट्स को 244.13 करोड़ रुपए का आर्डर मिला

Tuesday, Sep 06, 2016 - 04:25 PM (IST)

नई दिल्ली: अहलूवालिया कान्ट्रैक्ट्स (इंडिया) ने आज कहा कि उसे चितरंजन नैशनल कैंसर इंस्टीच्यूट के लिए कोलकाता में एक अस्पताल के निर्माण के लिए 244.13 करोड़ रुपए का आर्डर मिला है। कंपनी ने बंबई शेयर बाजार (बी.एस.ई.) को बताया, ‘‘अहलूवालिया कान्ट्रैक्ट्स को चितरंजन नैशनल कैंसर इंस्टीच्यूट में एक अस्पताल भवन के निर्माण के लिए 244.13 करोड़ रुपए का अनुबंध मिला है।’’ चालू वित्त वर्ष में कंपनी को अब तक कुल 1,209.59 करोड़ रुपए के आर्डर मिले हैं। अहलूवालिया कांट्रैक्ट्स का शेयर बी.एस.ई. में 11.15 प्रतिशत चढ़कर 330.35 रुपए पर चल रहा था।

सन फार्मा ने मित्सुबिशी तानाबे के साथ किया समझौता  
दवा कंपनी सन फार्मा ने स्विट्जरलैंड की नोवार्टिस कंपनी से जापान में उसके दवा ब्रांडों को चरणबद्ध तरीके से हासिल करने का काम अक्तूबर से शुरू करने की घोषणा की है। भारतीय कंपनी ने नोवार्तिस से जापान में इसी साल के शुरू में उसकी दवावों के 14 ब्रांड खरीदे थे। यह सौदा 29.3 करोड़ डॉलर में हुआ था। इनके विनिर्माण और विपणन का अधिकार का धीरे-धीरे हस्तांतरित किया जाएगा। सन फार्मा ने आज एक बयान में कहा, ‘‘ये 14 ब्रांड इस साल अक्तूबर 2016 से नोवार्टिस फार्मा के.के. से सन फर्मा की जापानी अनुषंगी को हस्तांतरित करने का काम शुरू हो जाएगा।’’ 

ल्यूपिन को मिली जीवाणु संक्रमण की दवा के लिए मंजूरी
दवा बनाने वाली कंपनी ल्यूपिन लिमिटेड की सहयोगी इकाई गेविस फार्माश्यूटिकल्स को अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (यू.एस.एफ.डी.ए.) से जीवाणु संक्रमण के इलाज में प्रयुक्त होने वाली दवा मोक्सिफ्लोक्सासिन हाइड्रोक्लोराइड टैबलेट के लिए मंजूरी मिली।  कंपनी ने आज जारी बयान में कहा कि यूएसएफडीए ने इस टैबलेट के 400 मिलीग्राम परिमाण को मंजूरी दी है। उसने कहा कि यह एक एबी रेेटेड दवा है जिसका इस्तेमाल चुनिंदा किस्मों में जीवाणु के कारण हुए संक्रमण के इलाज में किया जाता है। कंपनी ने बताया कि यह टैबलेट दवा बनाने वाली अन्य कंपनी बेयर हैल्थकेयर फार्माश्यूटिकल्स इंक के एवेलॉक्स टैबलेट का जेनेरिक संस्करण है। 

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