मुनाफावसूली से लुढ़का बाजार

Wednesday, Aug 03, 2016 - 04:31 PM (IST)

मुंबईः अबतक के सबसे बड़े कर सुधार वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) की दिशा में संसद में हुई प्रगति के बावजूद शेयर बाजार में भारी मुनाफा वसूली के दबाव में सैंसेक्स में एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट रही। बी.एस.ई. का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सैंसेक्स करीब डेढ़ सप्ताह की एक दिन की सबसे बड़ी 284.20 अंक अर्थात 1.02 फीसदी की गिरावट लेकर 3 सप्ताह से अधिक के न्यूनतम स्तर 27,697.51 अंक और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एन.एस.ई.) का निफ्टी 78.05 अंक यानी 0.91 फीसदी टूटकर 25 जुलाई के बाद के निचले स्तर 8,544.85 अंक पर बंद हुआ। 

 

जी.एस.टी. विधेयक आज राज्यसभा में पेश किया गया। इससे पहले ऊंचे भाव पर तेल एवं गैस, यूटिलिटीज, ऊर्जा, पूंजीगत वस्तुएं, ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, एफएमसीजी और रियल्टी समूह में हुई भारी मुनाफवसूली से बाजार में गिरावट देखी गई। इसके अलावा जापान की अर्थव्यवस्था को सहारा देने के उद्देश्य से 130 अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकेज की स्थानीय सरकार की घोषणा से विदेशी बाजारों के लुढ़कने का असर भी सैंसेक्स और निफ्टी पर रहा। 

 

शुरूआती कारोबार में सैंसेक्स 26.81 अंक की बढ़त के साथ 28,008.52 अंक पर खुला और कुछ देर बाद ही 28,015.43 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया लेकिन इसके बाद शुरू हुई मुनाफावसूली के दबाव में लगातार गिरता हुआ अंतिम कारोबारी घंटे में यह 27,647.14 अंक के न्यूनतम स्तर तक लुढ़क गया। अंत में पिछले दिवस के 27,981.71 अंक की तुलना में 24 जून के बाद की एक दिन की सबसे बड़ी 284.20 अंक की गिरावट के साथ 11 जुलाई के बाद के न्यूनतम स्तर 27,697.51 अंक पर रहा। 

 

निफ्टी 12.3 अंक उठकर 8,635.20 अंक पर खुला और थोड़ी देर बाद 8,635.45 अंक के दिवस के उच्च स्तर पर पहुंचा। हालांकि, मुनाफावसूली होने से आखिरी कारोबारी घंटे में यह 8,529.60 अंक के न्यूनतम स्तर पर आ गया। अंत में गत दिवस के 8,622.90 अंक के मुकाबले 78.05 अंक उतरकर 26 जुलाई के बाद पहली बार 8,600 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 8,544.85 अंक पर रहा। बी.एस.ई. का मिडकैप 1.50 फीसदी लुढ़ककर 12,440.63 अंक और स्मॉलकैप 1.14 फीसदी गिरकर 12,080.49 अंक पर रहा। इस दौरान धातु और दूरसंचार समूह की 0.15 फीसदी तक की तेजी को छोड़कर बी.एस.ई. के शेष 18 समूहों पर मुनाफावसूली का दबाव रहा। 

 

रियल्टी समूह ने सबसे अधिक 2.15 फीसदी का नुकसान उठाया। इसके अलावा तेल एवं गैस, यूटिलिटीज, ऊर्जा, पूंजीगत वस्तुएं, ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, एफएमसीजी समूह के शेयर भी 2.04 फीसदी तक मजबूत रहे। बी.एस.ई. में कुल 2,871 कम्पनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,825 में गिरावट और 906 में बढ़त रही जबकि 140 के भाव स्थिर रहे। विदेशी बाजारों में गिरावट का रुख रहा। ब्रिटेन का एफटीएसई शुरूआती कारोबार में 0.24 प्रतिशत फिसल गया। जापान का निक्की 1.88, हांगकांग का हैंगसैंग 1.76 और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.20 फीसदी लुढ़का जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट में 0.27 फीसदी की बढ़त रही। 

 

इंफोसिस, कोल इंडिया, सन फार्मा, एशियन पेंट्स और सिप्ला की 2.08 फीसदी तक की तेजी को छोड़कर सैंसेक्स की शेष 25 कम्पनियों पर मुनाफावसूली का दबाव दिखा। देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कम्पनी टाटा मोटर्स ने सबसे अधिक 2.98 फीसदी का नुकसान उठाया। साथ ही आई.टी.सी. 2.86, मारुति सुजुकी 2.32, पावर ग्रिड 1.93, एलएंडटी 1.75, रिलायंस इंडस्ट्रीज 1.68, हिंदुस्तान यूनिलीवर 1.47, ल्युपिन 1.44 और बजाज ऑटो के शेयर 1.40 फीसदी गिरे। इनके अलावा विप्रो, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, एच.डी.एफ.सी. बैंक, एस.बी.आई., अदानी पोट्स,  हीरो मोटोकॉर्प, महिंद्रा एंड महिंद्रा, ओ.एन.जी.सी., गेल, एन.टी.पी.सी., टाटा स्टील, डॉ. रेड्डीज लैब, एच.डी.एफ.सी., टी.सी.एस. और आई.सी.आई.सी.आई. बैंक के शेयर भी 0.09 से 1.37 फीसदी तक टूटे।  

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