इंफोसिस मना रहा सिल्वर जुबली, 25 साल में कंपनी ने देखे काफी उतार-चढ़ाव

Thursday, Jun 14, 2018 - 12:03 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः देश की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस आज अपनी सिल्वर जुबली मना रही है। 1993 में बनी इस आईटी कंपनी को शेयर बाजार में लिस्ट हुए आज पूरे 25 साल बीत चुके हैं। इन 25 सालों में इंफोसिस ने काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। एन आर नारायणमूर्ति ने 1981 में 6 दोस्तों के साथ इंफोसिस की शुरूआत की। इंफोसिस 250 डॉलर की पूंजी के साथ पुणे में शुरूआत हुई। ये लिस्ट होने वाली पहली आईटी कंपनी थी।



शेयर बाजार पर लिस्ट होने वाली पहली आईटी कंपनी
इंफोसिस फरवरी 1993 को पहली बार आईपीओ लेकर आई थी और उसके बाद 14 जून 1993 को यह शेयर बाजार पर लिस्ट होने वाली पहली आईटी कंपनी थी। ये आईपीओ अंडर सब्सक्राइब था और मॉर्गन स्टैनली ने इसे बचाया था। मॉर्गन स्टैनली 95 रुपए प्रति शेयर के भाव पर 13 फीसदी शेयर खरीदकर बेल-आउट किया था। लिस्टिंग के दिन शेयर 60 फीसदी ऊपर 145 रुपए के भाव पर खुला था। आज इसकी लिस्टिंग के 25 साल पूरे हो गए हैं।



इंफोसिस ने निवेशकों को किया मालामाल 
इंफोसिस 1999 में नैस्डैक पर लिस्ट होने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी। कंपनी ने कॉरपोरेट गवर्नेंस और डेटा डिस्क्लोजर का खास खयाल रखा। इंफोसिस कर्मचारियों के साथ अपनी कमाई बांटने वाली पहली कंपनी है। इसने ही सबसे पहले गाइडेंस देना शुरू किया। कंपनी ने सबसे पहले यूएस जीएएपी अकाउंट पब्लिश किया। इंफोसिस ने काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। इंफोसिस ने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। आईपीओ के वक्त लगाए गए महज 95 रुपए आज 6.46 लाख रुपए बन गए हैं। आईपीओ के वक्त लगाए गए 9500 रुपए आज 6.46 करोड़ रुपए हो गए हैं।

jyoti choudhary

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