सरकारी रिकॉर्ड में 1.5 लाख बेरोजगार, नौकरी सिर्फ 337 को

punjabkesari.in Wednesday, Sep 04, 2019 - 01:49 PM (IST)

नई दिल्लीः देश में सबसे अधिक बेरोजगारी वाले शहर के रूप में प्रयागराज की पहचान यूं ही नहीं हो रही। सरकारी दस्तावेजों में दर्ज रिकॉर्ड को देखें तो यहां बेरोजगारों की लाइन में तकरीबन डेढ़ लाख युवक-युवतियां खड़े हैं और नौकरियों की उपलब्धता ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।

केंद्रीय सांख्यिकी आयोग के नेशनल सैम्पल सर्वे ऑफिस की ओर से कराए गए पीरिऑडिक लेबर फोर्स सर्वे में पिछले दिनों खुलासा हुआ था कि दस लाख से अधिक आबादी वाले 45 शहरों में सर्वाधिक 8.9 प्रतिशत बेरोजगारी दर प्रयागराज में है। इस सर्वे में देश में बेरोजगारी का आंकड़ा 45 सालों में सबसे ज्यादा 6.1 प्रतिशत दर्ज किया गया है।

प्रयागराज में बेरोजगारी का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि वर्तमान में क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय में 1,47,561 बेरोजगार पंजीकृत हैं। इनमें 1,19,663 पुरुष व 27,878 महिलाएं हैं। वहीं नौकरी पाने वालों की संख्या बहुत कम है। अधिकतर सरकारी नौकरियां तो विवादों में फंसी हैं। प्राइवेट सेक्टर में इस साल अब तक 337 युवा ही नौकरी हासिल कर सके हैं।

क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय के सहायक निदेशक रत्नाकर अस्थाना ने बताया कि इस साल अब तक चार रोजगार मेले लगाए जा चुके हैं। इनमें 337 युवाओं को विभिन्न निजी क्षेत्र की कंपनियों ने चुना है। 
 


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jyoti choudhary

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