चीन की मैडीकल क्षेत्र में भ्रष्टाचार खत्म करने की रणनीति का रहस्य
punjabkesari.in Sunday, Oct 01, 2023 - 05:46 AM (IST)

की सी.पी.सी.ने अपने देश में फैले भ्रष्टाचार को उखाड़ फैंकने के लिए एक मुहिम शुरू की है जिसका निशाना चीन का मैडीकल सैक्टर और फार्मासैक्टर बनने जा रहा है और इसके लपेटे में डाक्टर, दवा निर्माता कंपनियां और दवा बेचे वाले मार्कीटिंग के लोग आएंगे। वैसे चीन में जहां तक नजर जाती है वहां भ्रष्टाचार नजर आता है, कोई भी सैक्टर भ्रष्टाचार से बचा नहीं है लेकिन मैडीकल सैक्टर चीन में ऐसी जगह है जहां पर भ्रष्टाचार सबसे ज्यादा है।
हालांकि चीन में राजनीतिक विश्लेषक यह बताते हैं कि हर तरह के भ्रष्टाचार की शुरूआत सी.पी.सी. के शीर्ष नेताओं से ही होती है। दरअसल शी जिनपिंग भ्रष्टाचार खत्म करने के नाम पर पहले भी अपने कई विरोधियों को जेल भेज चुके हैं और कइयों की जान ले चुके हैं, जब भी शी जिनपिंग को लगता है कि उनके खिलाफ पार्टी में विद्रोह होने वाला है वह ऐसे अभियानों की शुरूआत करते हैं और अपने विरोधियों का सफाया कर देते हैं।
चीन में सी.पी.सी. ने मैडीकल सैक्टर में जो भ्रष्टाचार निरोधक मुहिम शुरू की है उसमें चीन के 20 प्रांतों के मैडीकल सैक्टरों पर गाज गिरने वाली है, चीन सरकार ने यहां पर आम जनता से कहा है कि वह अपने साथ हुए मैडीकल सैक्टर में भ्रष्टाचार की पूरी जानकारी सरकार को दें ताकि इस क्षेत्र को साफ-सुथरा बनाया जा सके। सरकार को आशा है कि इससे फार्मा सैक्टर में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक माहौल बनेगा और इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी लेकिन जानकारों का कहना है कि चीन सरकार का उद्देश्य कुछ और ही है। सार्वजनिक रिपोर्टों के अनुसार इस वर्ष सी.पी.सी. ने 176 अस्पतालों के निदेशकों और पार्टी कमिटी सचिवों के खिलाफ जांच शुरू की है यह संख्या पिछले वर्ष 2022 की तुलना में दोगुनी है।
सरकार ने मैडीकल क्षेत्र में फैले भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए कई प्रांतों में हॉटलाइन व्यवस्था भी बनाई है। दरअसल सरकार को यह नहीं मालूम है कि राजकोष को हुए नुक्सान की भरपाई कैसे करें, जानकारों का कहना है कि सरकार ने सी.पी.सी. के शीर्ष नेताओं के खिलाफ जांच नहीं बिठाई क्योंकि भ्रष्टाचार यहां से शुरू होता है और इससे होने वाला मुनाफा भी इन नेताओं की जेबों में जाता है।