राजनीतिक छलांग से पूर्व अभिनेता रजनीकांत की आध्यात्मिक यात्रा

punjabkesari.in Monday, Mar 19, 2018 - 03:45 AM (IST)

दक्षिण भारतीय सुपरस्टार से राजनीतिज्ञ बने रजनीकांत गत कुछ दिनों से हिमालय क्षेत्र में स्थित तीर्थों की यात्रा पर निकले हुए हैं। धर्मशाला और जम्मू की यात्रा के बाद वह उत्तराखंड के ऋषिकेश में पहुंचे हैं। उम्मीद के अनुसार हर जगह उनके फैंस की भीड़ के साथ-साथ मीडिया में भी अच्छा-खासा जुनून देखने को मिल रहा है। 

हर कोई चाहता है कि भारत के सबसे बड़े सुपरस्टारों में शुमार रजनीकांत की एक झलक अवश्य पाई जाए। अपनी इस यात्रा दौरान बेशक रजनीकांत ने मीडिया का धन्यवाद किया लेकिन साथ ही यह भी कहा कि फिलहाल वह राजनीतिक बातों से दूर रहना चाहते हैं। जब वह ऋषिकेश जाते समय दिल्ली हवाई अड्डे पर रुके तो मैं यह देख कर दंग रह गया कि उनके साथ केवल 2 ही लोग थे और किसी नेता वाली तड़क-भड़क पूरी तरह गायब थी। उन्होंने वहां जमा हुई भीड़ का धन्यवाद किया और चुपचाप विमान में अपनी सीट पर जा बैठे। पत्रकारों ने बार-बार साक्षात्कार के लिए अनुरोध किया लेकिन उन्होंने बहुत विनम्रता से इस अनुरोध को ठुकरा दिया और किसी प्रकार के अहंकार  का दिखावा किए बिना बार-बार उन्होंने कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत यात्रा है। 

जब हजारों-लाखों चहेतों के दिलों की धड़कन यह सुपरस्टार दयानंद सरस्वती आश्रम में पहुंचा तो एक साधारण से कमरे में ठहरा। तब उनके साथ कोई सुरक्षा कर्मी नहीं था और केवल 2 ही सहायक थे। जब 4 घंटों के बाद उन्होंने यह देखा कि हम अभी भी उनकी बालकनी के आसपास मंडरा रहे हैं तो उन्होंने अपने एक सहायक को भेजकर हमें अंदर बुला लिया। बहुत अंतरंग बातचीत हुई। उन्होंने एक सुपरस्टार के रूप में अपने जीवन  के बारे में बताया और कहा कि उन्हें अपने करियर दौरान बहुत से परित्याग करने पड़े हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर के बारे में भी बहुत सी बातें कीं। 

जब हमने उनसे पूछा कि बार-बार हिमालय की यात्राओं के लिए उन्हें कौन-सी बात प्रेरित करती है तो विश्वविख्यात अभिनेता ने कहा, ‘‘इस यात्रा से मुझे आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है। मैं 1995 से यहां लगातार आ रहा हूं और तरो-ताजा होकर लौटता हूं। यहां आकर मैं गंगा के तट पर बैठकर सब कुछ भूल जाता हूं। वैसे उन्होंने हमें यह भी बताया कि सुपरस्टार बन कर वह अपनी स्वतंत्रता का मजा नहीं ले पाते। उनके लिए प्रसिद्धि एक जेल की तरह है लेकिन किसी को भी जिंदगी में इस स्तर तक पहुंचने के लिए कोई न कोई कीमत तो अदा करनी ही पड़ती है। आखिर अपने राजनीतिक करियर के बारे में उन्होंने खुल कर बातें करनी शुरू कर दीं और कहा: ‘‘अब मेरा जीवन किसी प्राइवेट इंसान जैसा नहीं रह गया है। मुझे जीवन में कई चीजों से वंचित होना पड़ रहा है लेकिन राजनीति और लोक सेवा के कारण  यह कीमत भी अदा करनी ही पड़ेगी।’’ 

अपनी राजनीतिक यात्रा के बारे में रजनीकांत ने कहा : ‘‘भगवान ने मुझे एक अभिनेता की भूमिका दी थी जिसे मैंने बखूबी निभाया है, अब भगवान ने मुझे राजनीतिक भूमिका दी है और इसे भी मैं 100 प्रतिशत बढिय़ा ढंग से निभाने का प्रयास करूंगा।’’ इसी बीच उन्होंने कहा कि लोग यह भी कह सकते हैं कि उनकी यह तीर्थ यात्रा तमिलनाडु की राजनीति में छलांग लगाने से ऐन पहले सम्पन्न हो रही है।-इल्मा हसन


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