एक करोड़ से अधिक घरों को रोशन करता पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लि.

punjabkesari.in Thursday, Jan 26, 2023 - 06:07 AM (IST)

बिजली के क्षेत्र में बिजली उत्पादन, बिजली का ट्रांसमिशन तथा बिजली का आबंटन 3 प्रमुख केंद्र बिंदू हैं। बिजली क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए यह बात सामने आती है कि बिजली उत्पादन, बिजली के क्षेत्र की रीढ़ की हड्डी है क्योंकि बिजली का ट्रांसमिशन तथा बिजली की डिस्ट्रीब्यूशन तभी अपना योगदान डाल सकती है यदि बिजली का उत्पादन होगा। बिजली ऊर्जा का उत्पादन प्रमुख तौर पर कोयला, पनबिजली, सौर ऊर्जा, हवा, परमाणु आदि साधनों की मदद से किया जाता है। मैं पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लि. (पी.एस.पी.सी.एल.) के लोक सम्पर्क विभाग में पिछले 32 वर्षों से ज्यादा अर्से से अपनी सेवाएं दे रहा हूं। 

इन 32 वर्षों में कार्पोरेशन के लोक सम्पर्क विभाग में सेवा करते हुए मैंने महसूस किया कि 1600 किलोमीटर से अधिक दूरी से भारतीय रेल के माध्यम से कोयला लाकर पंजाब के बिजली उपभोक्ताओं तथा नागरिकों को निरंतर बिजली उपलब्ध करवाने वाले महत्वपूर्ण विभाग की कार्यशैली संबंधी लोग जागरूक नहीं हैं। बिजली एक ऐसा विभाग है जिससे राज्य का प्रत्येक नागरिक जुड़ा हुआ है। मिसाल के तौर पर एक परिवार का एक सदस्य विभाग का उपभोक्ता होगा मगर बिजली का इस्तेमाल तो समस्त परिवार करता है। पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लिमिटेड जो पहले पंजाब स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड (पी.एस. ई.बी.) के नाम से जाना जाता था, 1948 के बिजली सप्लाई एक्ट के अंतर्गत 1 फरवरी 1959 को एक विधानक संस्था के तौर पर अस्तित्व में आया। 

1967 से पंजाब स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड मौजूदा रूप में अस्तित्व में आया। पंजाब के बिजली के इतिहास के बारे में रोशनी डालने से पहले वर्तमान पंजाब के बिजली विभाग के बारे में बताना लाजिमी है। पंजाब के वर्तमान बिजली विभाग के 4 मुख्य केंद्र हैं जिनमें पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लि., पंजाब स्टेट ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लि., मुख्य इलैक्ट्रिकल इंस्पैक्टर एवं पंजाब स्टेट इलैक्ट्रिसिटी रैगुलेटरी कमिशन शामिल हैं। पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लि. प्रदेश में बिजली की पैदावार तथा आबंटन क्षेत्रों की जिम्मेदारी निभाता है जबकि पंजाब स्टेट ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लि. प्रदेश में बिजली के  ट्रांसमिशन में बेहद अहम जिम्मेदारी निभा रहा है। 

पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लि. पंजाब वर्तमान में एक करोड़ से अधिक विभिन्न श्रेणियों के बिजली उपभोक्ताओं के घरों को रोशन करते हुए राज्य की आर्थिक तरक्की में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और पंजाब के बहुपक्षीय विकास में भी मुख्य योगदान दे रहा है। इस समय पंजाब में एक करोड़ से ज्यादा विभिन्न श्रेणियों के बिजली उपभोक्ताओं जिनमें 74.42 लाख घरेलू उपभोक्ता, 11.80 लाख एन.आर.एस., 1.51 लाख औद्योगिक, 13.88 लाख कृषि तथा 0.07 लाख बड़े और अन्य उपभोक्ता शामिल हैं। वर्ष 2021-22 के आंकड़ों के अनुसार पंजाब के सभी उपभोक्ताओं का कुल कनैक्टेड बिजली लोड 39,918 मैगावाट, बिजली की कुल खपत 52,441 मिलियन यूनिट है। 

वर्तमान युग में बिजली मनुष्य जीवन का अटूट अंग है। भारत को आजाद हुए 75 वर्ष हो चुके हैं और समय-समय की सरकारों की ओर से बिजली उपभोक्ताओं को अनेक सहूलियतें दी गई हैं। पंजाब ने बिजली के विभिन्न क्षेत्रों में देश के अन्य राज्यों के मुकाबले बहुत उपलब्धियां हासिल की हैं। पंजाब राज में बिजली का प्रसार तथा विकास देश के अन्य राज्यों के मुकाबले बहुत जल्दी से हुआ था। वर्ष 1977 में पंजाब के सभी गांवों में बिजली पहुंच गई थी। (क्रमश:)-मनमोहन सिंह(अधीन सचिव, लोक सम्पर्क पी.एस.पी.सी.एल.)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News