रोगमुक्त रहने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी

punjabkesari.in Saturday, May 20, 2023 - 06:14 AM (IST)

पंजाब अपनी मजबूत मांसपेशियों के लिए जाना जाता था क्योंकि पंजाबी हर क्षेत्र में कड़ी मेहनत करने वाले माने जाते थे। लेकिन यह दुखद स्थिति है कि आज पंजाब रक्तचाप, मधुमेह और कैंसर जैसी भयानक बीमारियों की चपेट में है, क्योंकि आज पंजाबी युवा शराब और कुछ हद तक तम्बाकू के अधिक सेवन के साथ एक गतिहीन जीवन शैली का नेतृत्व कर रहे हैं। 

उदाहरण से जर्दा विशेष रूप से उत्तर भारत पर्यावरण की स्थिति, अनुवांशिक, गतिहीन जीवन शैली, आहार विकल्प, तंबाकू और शारीरिक व्यायाम की कमी जैसे कारणों से ऊपर बताए गए रोगों के प्रति अधिक संवेदनशील है। निवारण हमेशा इलाज से बेहतर है। सर्वेक्षण से पता चला कि शहरी क्षेत्रों में कैंसर रोगियों का प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक है। पंजाब में स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा, फेफड़े, प्रोस्टेट और अन्नप्रणाली में अनियमितता हैं। जैसा कि रिपोर्ट से पता चला है, स्तन कैंसर सारी आबादी में प्रमुख कैंसर है। 

गर्भाशय, ग्रीवा, गर्भाशय का कैंसर दूसरे स्थान पर है। शहरी पुरुष आबादी में फेफड़े और प्रोस्टेट कैंसर प्रमुख कैंसर हैं। यह सब सुविधाओं और जागरूकता की कमी के कारण ही है। स्तन में गांठ, निप्पल से स्राव, स्तन की बनावट में बदलाव, स्तन में खुजली, पाए जाने वाले दर्द जैसे लक्षणों की पहचान कर महिलाएं स्वयं विशेष रूप से स्तन संबंधी रोग की जांच कर सकती हैं। 

एहतियाती उपायों के रूप में कैंसर के रोगी को विवेकपूर्ण हृदय-स्वस्थ आहार खाना चाहिए जो मूल रूप से शाकाहारी भोजन है और वसा में कम है, संसाधित भोजन से बचना चाहिए और शराब और तंबाकू से दूर रहना चाहिए। इसके लिए नियमित जांच, स्वस्थ वजन बनाए रखना, तनाव मुक्त जीवन जीना और सामाजिक गतिविधियों में संलग्न होना अनिवार्य है। 

टहलना और योग स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने का एक अच्छा तरीका है। सरकार इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान दे और स्वास्थ्य विभागों के माध्यम से और जिला, तहसील या ब्लॉक स्तर पर विभिन्न स्थानों पर कार्यरत सामाजिक संगठनों को शामिल करके कैंसर जागरूकता शिविरों का आयोजन करे क्योंकि सरकारी विभागों की तुलना में ये संगठन इस मामले में बेहतर भूमिका निभा सकते हैं।-राज कुमार कपूर, रोपड़ 


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