ब्लूचिस्तान में नेताओं का जबरन अपहरण कब तक?

punjabkesari.in Friday, Jul 01, 2022 - 06:21 AM (IST)

पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान प्रांत में सुरक्षा बलों द्वारा राजनीतिक कार्यकत्र्ताओं  के जबरन अपहरण की भत्र्सना करने के लिए ब्लोच नैशनल मूवमैंट (बी.एन.एम.) द्वारा एक ऑनलाइन मुहिम चलाई जा रही है। बी.एन.एम. के नेता डा. दीन मोहम्मद ब्लोच के जबरन अपहरण के खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ‘सेव डा. दीन मोहम्मद ब्लोच’ नामक मुहिम  सायं 4 बजे से लेकर रात्रि 10 बजे तक चलाई गई। डा. मोहम्मद का पाकिस्तानी सेना द्वारा जबरन अपहरण कर लिया गया जिसकी रिपोर्टें सोशल मीडिया पर  चलाई गईं। बी.एन.एम. नेता के गायब होने के 13 वर्षों की वर्षगांठ के मौके पर यह मुहिम चलाई गई। 

बी.एन.एम. द्वारा विश्व के कई हिस्सों में प्रदर्शन मार्च आयोजित किए जा रहे हैं। जर्मनी के एक शहर मनस्टर में एक सार्वजनिक प्रदर्शन के दौरान बी.एन.एम. ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को ब्लूचिस्तान में पाकिस्तान के बढ़ते अत्याचारों के प्रति संज्ञान लेने को कहा है। यह प्रदर्शन यातना के शिकार लोगों के समर्थन तथा नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर किए गए। मीडिया में आई रिपोर्टों के अनुसार ब्लूचिस्तान में रोजाना ही ब्लोच लोगों पर अत्याचार तथा बर्बरता आम बात हो चुकी है। अनेकों प्रदर्शन के दौरान डा. मोहम्मद के गैर कानूनी ढंग से लापता होने के खिलाफ नारेबाजी की गई। 

इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों को पाकिस्तान के अमानवीय कृत्यों पर संज्ञान लेने को कहा गया है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि ब्लूचिस्तान के लोगों के अधिकार आम नागरिकों की तरह हैं। इस प्रदर्शन में ब्लोच रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। 

इससे पहले मई के महीने में लापता ब्लोच लोगों के पारिवारिक सदस्यों ने पाकिस्तानी सरकार तथा सुरक्षा एजैंसियों के खिलाफ कराची प्रैस क्लब के समक्ष एक प्रदर्शन आयोजित किया जिसमें अपने प्रिय नेताओं की मांग की गई। कार्यकत्र्ता सम्मी ब्लोच के नेतृत्व में आयोजित प्रदर्शन के दौरान  उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजैंसियों द्वारा उनके प्रिय नेताओं तथा पारिवारिक सदस्यों को जबरन अगवा कर लिया जाता है और बाद में उन्हें लापता कर दिया जाता है। ऐसे लोगों के बारे में न तो बताया जाता है न ही उनके बारे में कोई जानकारी मुहैया करवाई जाती है। सम्मी ब्लोच ने मानवाधिकार संगठन तथा मीडिया की भूमिका पर भी सवाल उठाए। सम्मी के अनुसार मीडिया ने इस प्रदर्शन में भाग ही नहीं लिया तथा न ही इससे कोई कवरेज दी गई। 

पिछले वर्ष बी.एन.एम. के नीदरलैंड्स जोन ने एम्सर्टडम में एक प्रदर्शन का आयोजन किया जोकि लापता लोगों के बारे में था। इसमें मांग की गई थी कि डा. दीन मोहम्मद ब्लोच की सुरक्षित रिहाई की जाए। इसके अलावा हजारों की तादाद में अन्य ब्लोच लोगों की सुरक्षित रिहाई की भी मांग की गई जो जबरन अगवा किए गए हैं। ब्लूचिस्तान में राजनीतिक कार्यकत्र्ताओं, छात्राओं तथा अन्य बुद्धिजीवियों के जबरन लापता होने के समाचार आने की आम बात हो चुकी है। मतभेदों को दबाने के लिए पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने एक मुहिम को भी लांच किया। लोगों में आतंक फैलाने के उद्देश्य से पाकिस्तानी प्रशासन इस मुहिम को एक तंत्र के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। ब्लूचिस्तान और खैबर पख्तूनखवा प्रांत में लापता लोगों की गिनती का सही अनुमान लगाना मुश्किल है।


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