फिनलैंड से भारत के लिए पहली ब्लॉक ट्रेन

Wednesday, Jun 30, 2021 - 10:25 AM (IST)

अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण ट्रांसपोर्ट कॉरीडोर भारत, ईरान, अजरबैजान और रूस को जहाज, रेल और सड़क मार्ग से जोडऩे वाला 7,200 किलोमीटर लंबा मालवाहक मार्ग है। यह कॉरिडोर  समुद्री जहाज, रेल और रोड नैटवर्क का समन्वय है। इस लाइन के कारण मुंबई और मॉस्को के बीच यात्रा का समय 40 से घटाकर 14 दिन के आसपास है। इस गलियारे का मु य उद्देश्य स्वेज नहर, भू-मध्यसागरीय और बाल्टिक सागर के माध्यम से समुद्री पारंपरिक मार्गों का विकल्प प्रदान करना है। हालांकि, लाइन पहले से ही चालू है लेकिन अभी अधूरी बनी है, पूरा होने पर अधिक सहायक होगी। 

2018 में दो अन्य महत्वपूर्ण लाइन पूरी की गई हैं; एक अजरबैजान में अस्तारा और ईरान में अस्तारा नाम के शहर को जोड़ती है, और दूसरी ईरानी शहरों को रश्त और काजविन से जोड़ती है। कॉरीडोर का बुनियादी ढांचा प्रति वर्ष 15 मिलियन टन माल ढुलाई करने में सक्षम है। 

अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिणी ट्रांसपोर्ट कॉरीडोर के माध्यम से अपना सामान भेजने वाली फिनलैंड की क पनी ब्लॉक ट्रेन ऐसा करने वाली पहली क पनी है। यह व्यापारिक सामान भारत, रशिया, अजरबैजान,ईरान, यूरोप और मध्य एशिया में समय के हिसाब से भेजने का सर्वोत्तम रूट है। फिनलैंड के हेलसिंकी से भारत के न्हावा शेवा कंटेनर पोर्ट को जोडऩे वाली पहली कंटेनर ब्लॉक ट्रेन हेलसिंकी से रवाना हो चुकी है। यह ट्रेन 21 जून को एक स्वीडिश ग्राहक से कागज आधारित उत्पादों से भरे 40 फुट के 32 कंटेनर लेकर चल चुकी है। वर्तमान में यह रूस से होती हुई और अजरबैजान को पार कर यात्रा करती है। इसका अगला पड़ाव ईरान में अस्तारा और बंदर अब्बास पोर्ट होगा। 

बंदर अब्बास पोर्ट से, कार्गो को एक जहाज पर ले जाया जाएगा, जो हिंद महासागर के माध्यम से अपने अंतिम स्टेशन तक समुद्री रास्ते से पहुंचेगा। ट्रेन, जो अभी रास्ते में चल रही है, हेलसिंकी और अस्तारा के बीच के मार्ग को पूरा करने में 8 दिन का समय लेगी। आपको बता दें, अस्तारा, अजरबैजान-ईरान सीमा पर स्थित है। 

रूट से यात्रा समय घटेगा : इसके अलावा, नूरमिनेन लॉजिस्टिक्स के साथ सहयोगी आर.जैड.डी लॉजिस्टिक्स के अनुसार ट्रेन का कुल यात्रा समय शुरू में अनुमान लगाए गए समय से कम होगा। विशेष रूप से, जैसा कि रूसी कंपनी ने कहा, फिनलैंड और भारत के बीच यात्रा का समय 22 दिनों से अधिक नहीं होगा। हेलसिंकी, फिनलैंड से भारत के न्हावा शेवा तक का यात्रा समय लगभग 25 दिन होगा, यह समय स्वेज नहर से गुजरने पर लगने वाले समय का लगभग आधा है। 

इस समझौते के तहत हुआ है शिपमैंट : सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनैशनल इकोनॉमिक फोरम के दौरान हुए समझौते के तहत आर.जैड.डी. लॉजिस्टिक्स और नूरमिनेन लॉजिस्टिक्स सॢवसेज द्वारा आयोजित यह पहला मल्टीमॉडल शिपमैंट है। भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सक्षम नेतृत्व में नए आयाम लिख नए भारत की संरचना की ओर निरंतर अग्रसर है।-सुखदेव वशिष्ठ

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