महिलाओं की पहचान को केवल घरेलू मुद्दों तक ही सीमित न रखें

punjabkesari.in Saturday, Feb 03, 2024 - 06:10 AM (IST)

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को अंतरिम बजट 2024 पेश करते हुए एक महत्वपूर्ण बात रखी कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एस.टी.ई.एम) पाठ्यक्रमों में महिला नामांकन 43 प्रतिशत तक पहुंच गया है। यह तथ्य और भी अहम इसलिए बन जाता है क्योंकि यह दुनिया के उच्चतम आंकड़ों में से एक है। साथ यह भी कि महिला उद्यमियों को 30 करोड़ मुद्रा योजना ऋण दिए गए हैं। इसे समझना महत्वपूर्ण इसलिए भी है क्योंकि यह शिक्षा और रोजगार दोनों की बदलती प्रकृति से संबंधित है। विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के तकनीकी विषयों का एक अनूठा दृष्टिकोण है। शिक्षा नीति या पाठ्यक्रम विकल्पों के संदर्भ में उनका एक साथ संयोजन भविष्य के लिए बहुत बड़ा निहितार्थ रखता है। पूर्वाग्रह और रूढि़वादिता यहां महत्वपूर्ण कड़ी है। 

अक्सर यह शिक्षा की समझ में भी पाया जाता है। कुछ ऐसे विषय हैं जिनके बारे में सोचा गया है कि वे पुरुषों के अधिकार क्षेत्र और वर्चस्व में हैं लिंग विश्लेषण पितृसत्ता और महिलाओं के हाशिए पर होने की आलोचना के बारे में नहीं है। यह एक समावेशी समाज के प्रयास के बारे में है, पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए भेदभावपूर्ण मानदंडों में सुधार। जिस प्रकार हम महिलाओं की पहचान को केवल घरेलू मुद्दों तक ही सीमित नहीं रख सकते, उसी प्रकार हम आजीविका प्रदाता के रूप में पुरुष के परिचय को भी कम नहीं कर सकते। शिक्षा और आजीविका आज चौथी औद्योगिक क्रांति के ढांचे में मौजूद हैं। यह परिवर्तन शैक्षणिक विषयों को अधिकाधिक एकीकृत बनाते हैं। प्रौद्योगिकी ने परिदृश्य को ‘विघटन’ के चरण में डाल दिया है। घरेलू और वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए कोई भी देश खराब ढंग से तैयार मानव संसाधन और कार्यबल नहीं चाहेगा। 

उच्च स्तरीय सोच कौशल पर काम करने पर ध्यान, कक्षा की शिक्षा को बाहरी वास्तविक दुनिया से जोडऩे पर जोर,यह सभी कारण STEM (एस.टी.ई.एम) पाठ्यक्रम को आवश्यक बनाते हैं। प्रशासनिक और सहायता सेवाएं, स्वास्थ्य सेवा, वित्तीय सेवाएं जैसे सभी उद्योग वह अब काम करने के लिए एक नवीन दृष्टिकोण की मांग करते हैं। इस अभिनव कार्य के लिए कार्यबल की विविधता, पुरुषों और महिलाओं के लिए संतुलन महत्वपूर्ण है। यह न केवल महिलाओं को अब तक बंद बाजार में प्रवेश करने में सक्षम बनाएगा, बल्कि पुरुषों के लिए भी व्यवसाय संचालन की बोझिल प्रकृति को कम करने में उपयोगी होगा। 

पाठ्यक्रम में किसी के नामांकन और उद्योग में रोजगार के बीच संबंध महत्वपूर्ण है। अक्सर छात्र दाखिला तो ले लेते हैं लेकिन डिग्री पूरी नहीं कर पाते। लिंग परिप्रेक्ष्य के साथ एस.टी.ई.एम. पर ध्यान केंद्रित करना इस अंतर को पाटने के लिए बहुत उपयोगी होगा जहां पुरुष और महिला दोनों प्रभावित होते हैं। भविष्य का रास्ता नवाचार और रचनात्मक समस्या समाधान दृष्टिकोण की मांग करता है। लैंगिक समानता और एस.टी.ई.एम. शिक्षा को बढ़ावा देने पर काम करना अत्यधिक उपयोगी होगा। 

समृद्ध भविष्य का लाभ उठाने के लिए चुनौतियों से पार पाने के लिए सहयोग की दृष्टि की आवश्यकता है। लैंगिक मुद्दे केवल महिलाओं का क्षेत्र नहीं हो सकते, इसमें अधिक पुरुषों को शामिल होने की आवश्यकता है। यही कारण है कि लैंगिक समावेशी दृष्टिकोण, महिलाओं की अधिक भागीदारी एस.टी.ई.एम. शिक्षा की दिशा में लाभप्रद है। यह पूर्वाग्रह को दूर करने के बारे में नहीं है बल्कि सभी के लिए सस्टेनेबल भविष्य के बारे में है। यही कारण है कि इस क्षेत्र में सकारात्मक राज्य समर्थन बढ़ाने के लिए और अधिक आवाजें उठनी चाहिएं। यह राष्ट्रीय  एवं अंतर्राष्ट्रीय  हित के लिए उपयोगी होगा।-डा. आमना मिर्जा
 


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