देश को रोशन करने में इंजीनियरिंग वर्ग का योगदान

punjabkesari.in Thursday, Sep 14, 2023 - 05:01 AM (IST)

किसी ने एक इंजीनियर को पूछा कि तुम इंजीनियर होने के उपरांत खुद को इतना गौरवान्वित क्यों महसूस करते हो? तो उस इंजीनियर ने इसका बड़ी समझदारी से उत्तर देते हुए कहा कि, ‘‘कानूनी क्षेत्र से जुड़े विभिन्न विंगों के लोगों की आर्थिकता लोगों को कानूनी प्रणाली के द्वारा इंसाफ दिलाने पर निर्भर करती है और सेहत सेवाओं जैसे विशाल क्षेत्र से जुड़े लोगों की आॢथकता बीमारियों को रोकने पर निर्भर करती है। मगर एक इंजीनियर ही है जिसकी खुशहाली देश और राष्ट्र की खुशहाली की बढ़ौतरी पर ही निर्भर करती है। इस कारण मुझे गर्व है कि मैं भी उनमें से एक हूं।’’ 

भारत में सिविल इंजीनियर के महानायक मैक्स गुंडम विश्वेश्वर्या को श्रद्धांजलि देने के लिए हर वर्ष 15 सितम्बर को राष्ट्रीय इंजीनियर दिवस मनाया जाता है। मैक्स गुंडम विश्वेश्वर्या भारत के प्रथम सिविल इंजीनियर में से एक थे जिनको 1955 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। राष्ट्रीय इंजीनियर दिवस मैक्स गुंडम विश्वेश्वर्या का सम्मान करने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में अहम योगदान डालने वाले अन्य इंजीनियरों को भी सजदा करने का दिन है जिनकी सख्त मेहनत ने देश के विभिन्न क्षेत्रों के विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान डाला है। 

विश्व भर में विभिन्न इंजीनियरिंग क्षेत्रों में जिनमें से विशेषकर मैकेनिकल, टैली कम्युनिकेशन, सिविल, इलैक्ट्रिकल, मैडीकल और कैमिकल इंजीनियरिंग इत्यादि के प्रसार और विकास से मानवीय जीवन को सुखमयी बनाने के साथ-साथ इंजीनियरों ने औद्योगिक तथा कृषि क्षेत्रों में इंकलाबी सुधार लाकर बढ़ती आबादी की चुनौती को कबूल करते हुए समाज के प्रत्येक क्षेत्र के प्रसार और तरक्की में महत्वपूर्ण योगदान डाला है। जहां विज्ञान ने विभिन्न क्षेत्रों में जो भी नई तकनीकें विकसित की हैं इन सभी तकनीकों को ढूंढने और उन्हें विकसित करने में इंजीनियरों की सोच और उनकी अनथक मेहनत ही इसका मुख्य आधार है जिसके बिना वर्तमान मानवीय जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। 

यदि पंजाब में सबसे अधिक किसी विभाग ने किसी क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है तो वह पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लिमिटेड है जिसने पंजाब राज्य में एक करोड़ से अधिक विभिन्न वर्गों के उपभोक्ताओं के घरों को रोशन करते हुए कृषि और औद्योगिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए पंजाब की आर्थिक तरक्की में बहुमूल्य योगदान डाला है। 

पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लिमिटेड जोकि पहले पंजाब स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड था, का अग्रणी और कुशल इंजीनियरों की ओर से नेतृत्व किया गया जिनमें इंजी. एच.आर. भाटिया, नवाब सिंह (आई.सी.एस.), इंजी. आर.एस. गिल, इंजी. हरबंस सिंह, इंजी. वी.डी. सूद, इंजी. एन.एस. वसंत, इंजी. के.डी. चौधरी तथा वर्तमान में इंजी. बलदेव सिंह सरां बतौर चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरैक्टर पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लिमिटेड का नेतृत्व करते हुए पंजाब के सर्वपक्षीय विकास और खुशहाली के लिए दिन-रात एक करते हुए लगातार प्रयत्नशील हैं जिनकी बदौलत आज बिजली क्षेत्र में कई नए-नए मील पत्थर स्थापित हुए हैं। इसके अलावा इंजी. पदमजीत सिंह, इंजी. पी.एस. सतनाम इत्यादि के नाम भी जिक्रयोग्य हैं जिन्होंने बिजली क्षेत्र में अहम भूमिका अदा की।-मनमोहन सिंह(उपसचिव लोकसंपर्क, पी.एस.पी.सी.एल.)
 


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