एशियाई खेलों के आयोजन की आलोचना करते चीनी लोग
punjabkesari.in Thursday, Sep 28, 2023 - 05:41 AM (IST)

इन दिनों चीन के दक्षिणी शहर हांगझोऊ में 19वें एशियाई खेलों का आयोजन हो रहा है जिस पर चीन की सरकार 30 अरब डालर जितने पैसे खर्च कर रही है। इस बात को लेकर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी चीन के आम लोगों के निशाने पर है।दरअसल अब भी अंतर्राष्ट्रीय या राष्ट्रीय स्तर के खेलों का आयोजन किसी भी देश में किया जाता है वह पल उस देश के लिए गर्व का विषय बनता है लेकिन इस समय चीन सरकार द्वारा एशियाई खेलों के आयोजन की चीन के हर शहर में आलोचना हो रही है। दरअसल चीन ने गलत टाइमिंग पर खेलों की मेजबानी की है।
तीन वर्ष पहले पूरी दुनिया में तबाही मचाने वाली कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा जान और माल का नुक्सान चीन को हुआ था, यह नुक्सान इतना बड़ा था कि चीन अभी तक इससे उबर नहीं पाया है। आज भी चीन से आर्थिक नुक्सान, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी, देश से बाहर भागते अमीर चीनियों की खबर देश और दुनिया के अखबारों की सुर्खियां बनती है। ऐसे में चीन सरकार का देश में एशियाई खेलों का आयोजन करवाना चीनी लोगों को सिर्फ पैसे की बर्बादी लग रहा है और वह अपनी सरकार की सोशल मीडिया पर जमकर भत्र्सना कर रहे हैं।
चीन में 23 सितम्बर को 19वें एशियाई खेलों का उद्घाटन किया गया, एशियाई खेल दक्षिण चीन के हांगझोऊ शहर में 08 अक्तूबर तक चलेंगे। लेकिन जो उत्साह चीन में पहले कई बार एशियाई खेलों के आयोजन और ओलंपिक खेलों के आयोजन को लेकर था वह इस बार नहीं दिख रहा है, चीन के सोशल मीडिया पर भी लोगों में इन खेलों को लेकर कोई उत्साह दिखाई नहीं दे रहा है।
चीनी लोगों में उत्साह की ये कमी इस समय चीन में आर्थिक बदहाली और इससे पहले पिछले तीन वर्षों में कोरोना महामारी द्वारा मचाई गई तबाही के साथ उसके बाद सख्त लॉकडाऊन की सरकारी नीति के कारण उपजी है। बड़ी संख्या में चीनी लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी सरकार द्वारा आयोजित इतने महंगे खेलों के औचित्य को लेकर सवाल उठा रहे हैं। सीना वेईबो पर कई नेटिजन यह सवाल उठा रहे हैं कि जब देश में युवा बेरोजगारी दर 20 प्रतिशत फीसदी से अधिक है लोगों के पास खाने को अनाज तक की कमी होने लगी है तो ऐसे में इतने महंगे खेलों का आयोजन करवाने की क्या जरूरत थी?