चीन ने पाकिस्तान में सी-पैक परियोजना पर काम रोकने की घोषणा की

punjabkesari.in Sunday, Oct 08, 2023 - 05:06 AM (IST)

चीन और पाकिस्तान में अब पहले जैसी दोस्ती नहीं रही, इसके दो प्रमुख कारण हैं, पहला कारण चीन ने सोचा था कि पाकिस्तान समय के साथ आगे निकलेगा और चीन के ऊपर बोझ नहीं बनेगा लेकिन चीन की आर्थिक हालत दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है तो दूसरा कारण है कि पाकिस्तान में चीन द्वारा वित्तीय सहायता से सी-पैक परियोजना बनाई जा रही है जिसमें कई चीनी इंजीनियर पाकिस्तान में काम कर रहे हैं और पिछले कुछ वर्षों से पाकिस्तान में बलूच लिब्रेशन आर्मी और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी टी.टी.पी. के लड़ाके चीनी इंजीनियरों पर जानलेवा हमला कर रहे हैं, जिसमें अब तक कई चीनी इंजीनियर मारे जा चुके हैं।

इस बात को लेकर चीन पाकिस्तान से पहले भी कई बार ऐतराज जता चुका है जिस पर पाकिस्तान ने सी-पैक परियोजना में काम करने वाले इंजीनियरों की सुरक्षा बढ़ा दी थी लेकिन उसके बावजूद चीनी इंजीनियरों को लगातार मारा जा रहा है, इस बारे चीन और पाकिस्तान में इस मुद्दे को लेकर ठन चुकी है। जल्दी ही पाकिस्तान में सी-पैक परियोजना के दूसरे चरण पर काम शुरू होने वाला था लेकिन चीन ने यह बोलकर पाकिस्तान को एक बड़ा झटका दे दिया है कि अब दूसरे चरण में चीन इस परियोजना पर कोई पैसा खर्च नहीं करेगा।

इसके पीछे एक बड़ा कारण यह है कि वर्ष 2018 तक इस परियोजना पर 46 अरब अमरीकी डॉलर का खर्च आने की उम्मीद थी लेकिन यह परियोजना उस समय तक पूरी नहीं हो सकी, बीच-बीच में इस पर काम कई चरणों में रुकता रहा। चीन का कहना है कि पहले चरण के छूटे हुए काम तो चीन जरूर पूरे करेगा लेकिन दूसरे चरण वाले काम को आगे नहीं बढ़ाएगा क्योंकि वर्ष 2022 में जब सी-पैक पर हुए खर्चों का आकलन किया गया तब पता चला कि अब तक सी-पैक परियोजना पर 65 अरब डॉलर खर्च हो चुके हैं।

सी-पैक के दूसरे चरण में चीन को पाकिस्तान के साथ ऊर्जा के क्षेत्र में काम करना था, जल प्रबंधन और पर्यावरण संतुलन के क्षेत्र में भी काम करना था लेकिन चीन ने अब इन सबके लिए मना कर दिया है।  इस समय चीन की आंतरिक और आर्थिक हालत भी बहुत खराब है। ऐसे में चीन अब अपने पैसे बचाने पर उतर आया है। वह अपने पैसे बचाकर अपनी खत्म होती अर्थव्यवस्था में जान फूंकना चाहता है। चीन ने फिलहाल पाकिस्तान में चल रही सी-पैक की फंडिंग पर भी रोक लगा दी है।

इससे जहां एक तरफ पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को एक बड़ा झटका लगेगा तो वहीं दूसरी तरफ चीन ने अब तक जितना भी पैसा सी-पैक परियोजना पर खर्च किया है वह सब पानी में मिल जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चीन ने अपने सबसे अजीज दोस्त पाकिस्तान की इंटरनैशनल बेइज्जती कर दी है। चीन ने कहा है कि पाकिस्तान की सेना इतनी निकम्मी है कि अपने देश में चल रहे विद्रोह को नहीं दबा सकती, और पाकिस्तानी सेना चीनी इंजीनियरों, अध्यापकों और चीन के आम नागरिकों की रक्षा करने में भी समर्थ नहीं है, हालांकि चीन ने यह भी कहा कि अब चीन पाकिस्तानी सैनिकों को सुरक्षा करना सिखाएगा। पाकिस्तान के लिए यह एक बड़ा झटका है क्योंकि अपने नागरिकों को वहां की सरकार सी-पैक के सब्जबाग दिखाकर अपनी सत्ता बचाने में कामयाब रही थी लेकिन अब, जब चीन ने खुलकर सी-पैक से पीछे हटने की घोषणा कर दी है तो पाकिस्तानी सरकार की अपनी जनता के बीच में छवि और भी ज्यादा खराब हुई है। इससे वहां की जनता में अपनी सरकार के लिए आक्रोश बढ़ता जा रहा है। 


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