‘जादुई पानी छिड़क कर’ मुस्लिम मतदाताओं को ‘लुभा रहे बदरुद्दीन अजमल’

punjabkesari.in Sunday, Mar 10, 2024 - 05:20 AM (IST)

आजादी के बाद भी देश अंधविश्वासों, वहमों-भ्रमों और जादू-टोने से मुक्त नहीं हो पाया है तथा बड़ी संख्या में लोग इनके जाल में फंसे हुए हैं। यहां तक कि चंद राजनीतिज्ञ और जनप्रतिनिधि भी इस तरह के आचरण में संलिप्त होकर लोगों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। ‘ऑल इंडिया यूनाइटिड डैमोक्रेटिक फ्रंट’ (ए.आई.यू.डी.एफ.) के  प्रमुख तथा असम से लोकसभा सांसद बदरुद्दीन अजमल ‘लोगों का जादुई पानी से इलाज’ करने का दावा करते हैं। उनकी रैलियों में बांटा जाने वाला ‘जादुई पानी’ पाने के लिए लोग कतारों में खड़े होते और उनमें धक्का-मुक्की भी होती है। 

जहां उनके समर्थकों का दावा है कि इस ‘जादुई पानी’ से बड़ी-बड़ी समस्याएं और बीमारियां चमत्कारिक रूप से ठीक हो जाती हैं वहीं उनके विरोधियों का कहना है कि वह वोट के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाते रहते हैं। बदरुद्दीन अजमल कभी एक मौलाना (धर्म प्रचारक) थे तथा उनके समर्थकों को उन पर बेहद विश्वास है। इसके विपरीत असम में भाजपा के नेता ‘मोइमुल अजमल’ का कहना है कि बदरुद्दीन अजमल द्वारा यह सब मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने के लिए किया जा रहा है और चुनाव आयोग को इसके विरुद्ध कार्रवाई करनी चाहिए। पूर्व सेना प्रमुख स्व. विपिन रावत ने 21 फरवरी, 2018 को कहा था, ‘‘उतनी तेजी से देश में भाजपा का विस्तार नहीं हुआ, जितनी तेजी से असम में बदरुद्दीन अजमल की पार्टी का विस्तार हुआ है, जो चिंता की बात है।’’ 

राजनीति की भांति ही व्यापार में भी सफल तथा हमेशा कंधे पर असमिया गमछा लटकाए रहने वाले बदरुद्दीन अजमल पिछले 60 वर्षों से इत्र का कारोबार कर रहे हैं और उन्हें देश का ‘परफ्यूम किंग’ भी कहा जाता है। इत्र के अलावा उनका रियल एस्टेट, चमड़ा उद्योग, चाय उत्पादन आदि का कारोबार भी दूसरे देशों में फैला हुआ है। 2016 और 2021 के असम विधानसभा चुनावों तथा 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान बदरुद्दीन अजमल का ‘जादुई पानी’ काफी चर्चा में रहा। असम विधानसभा के 2021 के चुनावों के दौरान वायरल हुए एक वीडियो में उन्हें एक कंटेनर में रखा हुआ ‘जादुई पानी’ लोगों पर छिड़क कर लोगों को ‘आशीर्वाद’ देते देखा गया था। उनका कहना है, ‘‘मैं मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा को भी जादुई पानी दूंगा और मैं उनके लिए विशेष ‘जादुई पानी’ तैयार कर सकता हूं।’’ 

कुछ दिन पहले बदरुद्दीन अजमल ने जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए कहा था कि ‘‘करंट नहीं है। बिजली नहीं है। अब इंसान हैं वो भी गरीब। गरीब जब रात को उठेगा। मियां-बीवी हैं। दोनों जवान हैं तो फिर रात को क्या करेंगे? वो बच्चे ही तो पैदा करेंगे।’’ अब जबकि लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बदरुद्दीन अजमल को चेतावनी दी है कि ‘‘वह राज्य में ‘जादुई इलाज’ न करें वर्ना सरकार उन्हें गिरफ्तार कर सकती है क्योंकि अब असम विधानसभा ने राज्य में जादुई उपचार पर प्रतिबंध लगाने के लिए विधेयक ‘असम हीलिंग (प्रीवैंशन आफ ईविल प्रैक्टिसेज बिल-2024)’ पारित कर दिया है। जो कोई भी ऐसा करेगा उसे सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा।’’ 

हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि ‘‘बदरुद्दीन अजमल यदि मेरी चेतावनी  पर अमल नहीं करते तो न सही, परंतु उन्हें विधानसभा द्वारा पारित उक्त विधेयक के प्रावधानों का पालन करना चाहिए, जिसके अंतर्गत चिकित्सा के नाम पर जादुई उपचार को अवैध घोषित किया गया है। अब बदरुद्दीन अजमल यह सलाह मानते हैं या आगामी चुनावों में अपना जादुई पानी बांटना जारी रखते हैं, यह तो भविष्य में ही पता चलेगा।—विजय कुमार


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