महिला की दर्द भरी दास्तां, हर राेज घर में हाेता था रेप और टॉर्चर!(Pics)

Monday, Jul 25, 2016 - 01:27 PM (IST)

ब्रिस्बेनः ईरान में अपने ही घर में रेप और टॉर्चर का शिकार होने के बाद शरण के लिए ऑस्ट्रेलिया भागी ईरानी महिला मोजगन शाम्सलीपूर का रिफ्यूजी वीजा रिजेक्ट कर दिया गया है। ऑस्ट्रेलिया के डिटेंशन सेंटर में बंद मोजगन के केस में इमीग्रेशन मिनिस्टर ने भी दखल देने से मना कर दिया है और अब मोजगन काे ईरान भेजने की तैयारी चल रही है। 

घर में लगातार रेप और टॉर्चर
जानकारी के मुताबिक, 18 साल की मोजगन शाम्सलीपूर अपने घर में लगातार रेप और टॉर्चर का शिकार हुई। इसके बाद जब उसकी शादी 60 साल से बुजुर्ग से तय कर दी गई, तब उसने ईरान से भागने का फैसला किया। वह 2012 में बोट से सफर कर ऑस्ट्रेलिया पहुंची और उसने रिफ्यूजी के तौर पर प्रोटेक्शन मांगी, जिसके बाद उसे ब्रिस्बेन में कम्युनिटी डिटेंशन में भेज दिया गया, जहां से उसने अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखी। 

मिलाद से हुई शादी
इसी डिटेंशन सेन्टर में उसकी मुलाकात मिलाद जाफरी से हुई और दाेनाें ने शादी कर ली। मिलाद ईरानी रिफ्यूजी हैं और 2 साल यहां रहने के बाद 2012 उन्हें और उनकी फैमिली को यहां रिफ्यूजी स्टेटस मिल गया। लेकिन मोजगन की रिफ्यूजी वीजा एप्लीकेशन रिजेक्ट कर दी गई, क्योंकि उसने वीजा एप्लीकेशन में रेप और फोर्स्ड मैरिज की बात नहीं लिखी थी।

मां ने दी धमकी
वहीं, मोजगन का कहना है कि अगर उसे वापस भेजा गया तो उसे फिर अपने घर में रेप और टॉर्चर का शिकार होना पड़ेगा। मोजगन की मां ने भी उसे धमकी दी है कि घर लौटना उसके लिए सेफ नहीं होगा। हालांकि, पति मिलाद का कहना है कि वो अपनी पत्नी को छुड़ाने के लिए हर लीगल एक्शन का सामना करेगा। मोजगन कम्युनिटी सेंटर के जिस स्कूल में पढ़ रही थीं, वह भी उसे छोड़ने के लिए कैंपेन चला रहा है। जबकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर मोजगन ईरान लौट जाए, तो उसका पति मिलाद पार्टनरशिप वीजा के लिए अप्लाई कर सकता है। 

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