विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को ‘रिहा करने का पाकिस्तान का सही फैसला’

punjabkesari.in Friday, Mar 01, 2019 - 02:56 AM (IST)

बंदी बनाए गए भारतीय वायुसेना के विमान चालक विंग कमांडर अभिनन्दन वर्धमान को रिहा करने का पाकिस्तान का फैसला जहां राहत देने वाला है वहीं इससे यह आशा भी उत्पन्न हुई है कि यह दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में सहायक होगा। 

उल्लेखनीय है कि भारत-पाकिस्तान में चल रहे भारी तनाव के दौरान 27 फरवरी को जब पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने भारतीय सैनिक ठिकानों पर हवाई हमले करने की नाकाम कोशिश की तो भारतीय वायुसेना के 2 मिग-21 और सुखोई-30 लड़ाकू विमानों ने एक एफ-16 विमान पर लघु दूरी की आर.-73 मिसाइल दाग कर उसे गिरा दिया। 

इस दौरान एक मिग विमान के चालक विंग कमांडर ‘अभिनंदन वर्धमान’ का विमान एल.ओ.सी. पार करके पी.ओ.के. के होरीगांव में जा गिरा जहां पहले तो स्थानीय लोगों ने उन्हें बुरी तरह पीटा और फिर उन्हें पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया। पाकिस्तान में गिरने के बावजूद अभिनंदन ने पाकिस्तान की धरती पर देश भक्ति के नारे लगाए और हवाई फायरिंग की। इस दौरान सोशल मीडिया पर 3 वीडियो भी शेयर किए गए जिनमें से एक वीडियो में अभिनंदन वर्धमान के हाथ पीछे की ओर बंधे हुए और उनके चेहरे पर खून लगा दिखाई दे रहा था। पहले तो भारत सरकार कह रही थी कि भारतीय वायुसेना का एक पायलट लापता है पर जब पाकिस्तान ने एक प्रैस कांफ्रैंस में अभिनंदन को पेश कर दिया तो उनकी सुरक्षित घर वापसी यकीनी बनाने की मांग उठने लगी। 

अभिनंदन अवकाश प्राप्त वायुसेना अधिकारी श्री सीमाकुट्टी वर्धमान के पुत्र हैं। भारत सरकार द्वारा ‘परम विशिष्टï सेवा पदक’ से सम्मानित श्री सीमाकुट्टी ने 1999 में कारगिल के युद्ध में पाकिस्तान पर विजय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मिराज-2000 विमान का संचालन किया था। अभिनंदन वर्धमान के परिवार को ही नहीं बल्कि समूचे देश सहित विश्व समुदाय को उनकी सुरक्षा की चिंता सता रही थी। इसी सिलसिले में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री भुट्टो की पोती फातिमा भुट्टो ने भी पाकिस्तान सरकार से अनुरोध किया कि ‘‘पाकिस्तान को मानवता, शांति और प्रतिष्ठा के प्रति अपनी वचनबद्धता के एक संकेत के रूप में भारतीय विमान चालक को रिहा कर देना चाहिए।’’ 

इस बीच जहां भारत सरकार ने 27 फरवरी को पाकिस्तान के दिल्ली स्थित उप-उच्चायुक्त को तलब करके चेतावनी दी कि अभिनंदन को कतई हानि नहीं पहुंचनी चाहिए वहीं 28 फरवरी को भारत ने पुन: पाकिस्तान सरकार को उन्हें बिना शर्त रिहा करने के लिए कहा। भारत एवं विश्व समुदाय द्वारा डाले जा रहे दबाव को देखते हुए अंतत: पाकिस्तान सरकार अभिनंदन को रिहा करना मान गई और प्रधानमंत्री इमरान खान ने 28 फरवरी शाम को पाकिस्तान की संसद में घोषणा कर दी कि वह आगे कोई लड़ाई नहीं बल्कि शांति चाहते हैं, लिहाजा 1 मार्च को अभिनंदन को रिहा कर दिया जाएगा। 

उल्लेखनीय है कि अभिनंदन के पिता सीमाकुट्टी वर्धमान ने 2017 में कारगिल युद्ध की पृष्ठïभूमि पर प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक मणिरत्नम द्वारा निर्देशित तमिल फिल्म ‘कतरु वेलियिदाई’ में सलाहकार की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में भारतीय वायुसेना के एक ऐसे स्क्वाड्रन लीडर की कहानी दर्शाई गई थी जिसका विमान सीमा पार गिर जाने के कारण पाकिस्तानी उसे कैद कर लेते हैं परंतु अंत में वह सही-सलामत अपने परिवार के पास लौट आता है। इसी प्रकार श्री सीमाकुट्टी वर्धमान को आशा थी कि उनका बेटा भी सही-सलामत लौट आएगा और उनकी यह आशा पूरी हो गई है। 

उल्लेखनीय है कि अभी 27 फरवरी को ही इमरान खान ने कहा था कि ‘‘जितने भी युद्ध हुए हैं, उनमें गलतियां हुई हैं। दोनों देशों के बीच जो माहौल बन रहा है वह ठीक नहीं है और हम पुलवामा पर बात करने को तैयार हैं।’’ इसी दिन पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने भी कहा था कि,‘‘पाकिस्तान शांति चाहता है।’’ पाकिस्तान द्वारा भारतीय पायलट को रिहा करने का निर्णय इसके शासकों द्वारा युद्ध की निरर्थकता को स्वीकारने व सकारात्मक सोच की ओर बढऩे का संकेत है। आशा करनी चाहिए कि वे भविष्य में इसी सकारात्मक सोच को आगे बढ़ाते हुए अपने देश में आतंकवादी शिविरों को समाप्त करके इस क्षेत्र में शांति स्थापना में अपना योगदान देंगे जिससे दोनों देशों में खुशहाली आएगी।—विजय कुमार 


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