‘पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में मिल रहे हथियार’ ‘चौकसी में और तेजी लाने की जरूरत’

punjabkesari.in Saturday, May 03, 2025 - 05:27 AM (IST)

22 अप्रैल, 2025 को दक्षिण कश्मीर में पहलगाम की बैसरन घाटी में पाकिस्तान के पाले हुए आतंकवादियों द्वारा यहां घूमने आए 26 निर्दोष लोगों की कायरतापूर्वक हत्या के बाद दोनों देशों के बीच तनाव शिखर पर पहुंचा हुआ है और इसे लेकर पूरा भारत अलर्ट पर है। दूसरी ओर पाकिस्तान की गुप्तचर एजैंसी आई.एस.आई. द्वारा लम्बे समय से पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में अपने पाले हुए गुर्गों और आतंकवादियों को हथियारों तथा विस्फोटकों की तस्करी करवाकर इस सीमावर्ती राज्य में तबाही मचाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है जिसके इस वर्ष के पिछले 2 महीनों के उदाहरण निम्न में दर्ज हैं :

* 28 फरवरी को बी.एस.एफ. ने फिरोजपुर जिले के ‘टिंडीवाला’ गांव में एक खेत में फैंका गया विदेशी ‘ग्लॉक’ पिस्तौल बरामद किया। 
* 8-9 अप्रैल की दरम्यानी रात को ‘गुरदासपुर’ में पाकिस्तान की सीमा से सटे हुए ‘चौंता’ बी.ओ.पी. के निकट भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर लगी बाड़ के साथ गश्त के दौरान खेतों में तारों का एक जाल मिला जहां कई विस्फोटक छिपाए गए थे। 
बी.एस.एफ. के जवान इन्हें हटाने की कोशिश कर रहे थे कि एक विस्फोटक में धमाका हो जाने से एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बावजूद जवानों ने हिम्मत नहीं हारी और इलाके को सुरक्षित करने में जुट गए और उनके साहस से एक बड़ी दुर्घटना टल गई। उल्लेखनीय है कि इस अग्रिम मोर्चे पर आई.ई.डी. के इस्तेमाल का यह पहला मामला है।

* 21 अप्रैल को बी.एस.एफ. ने अमृतसर  के सीमावर्ती गांव ‘बल्लड़वाल’ के निकट डेढ़ किलो आर.डी.एक्स., 2 विदेशी पिस्तौल, 4 मैगजीन, 50 जिंदा राऊंड, 2 हैंड ग्रेनेड, आई.ई.डी. तैयार करने वाले बाक्स व अन्य सामान, 2 डैटोनेटर और 40 करोड़ रुपए की साढ़े 7 किलो से ज्यादा हैरोइन बरामद की। बताया जाता है कि उक्त हथियारों का इस्तेमाल अमृतसर सहित पंजाब के अन्य जिलों में धमाके करने के लिए किया जाना था। 
* 25 अप्रैल को अमृतसर के निकट भारत-पाक सीमा पर स्थित ‘चकवाला’ के एक खेत में सुरक्षा बलों द्वारा तलाशी के दौरान सीमा पार से ड्रोन द्वारा भेजा गया साढ़े चार किलो आर.डी.एक्स., 5 हैंडग्रेनेड, 6 डैटोनेटर, 5 पिस्तौल, 8 मैगजीन, 220 जिंदा राऊंड, 2 बैटरियां व रिमोट मिले।

* 30 अप्रैल को बी.एस.एफ. और पंजाब पुलिस ने तरनतारन जिले के ‘वां’ गांव के निकट एक खेत से एक पिस्तौल, एक मैगजीन और 3 जिंदा कारतूस बरामद किए। 
इन हथियारों और गोला-बारूद को पीले रंग की चिपकने वाली टेप में लपेटा गया था। इसके साथ एक नाइलोन की रस्सी और 2 रोशनी वाली छड़ें भी थीं जिनसे संकेत मिलता है कि यह सामान संभवत: सीमा पार से तस्करी करके लाया गया था। 
* 30 अप्रैल को ही बी.एस.एफ. ने फिरोजपुर में भारत-पाक सीमा के निकट गांव गट्टा राजोके के खेतों में से पीले रंग की टेप में लपेटा हुआ एक पिस्तौल और 6 मैगजीन बरामद किए। 

* और अब 1 मई को बी.एस.एफ. अमृतसर की टीम ने सीमावर्ती गांव ‘बैरोपाल’ के एक इलाके में ड्रोन के जरिए फैंकी गई अवैध हथियारों की एक खेप से 2 हैंडग्रेनेड, 6 मैगजीनों तथा 50 जिंदा कारतूसों के साथ 3 पिस्तौल बरामद किए। बी.एस.एफ. के एक अधिकारी का कहना है कि पंजाब पुलिस के साथ तालमेल से की गई इस संयुक्त कार्रवाई से किसी संभावित बड़ी आतंकी घटना को रोका गया है। आई.एस.आई. की सहायता से विभिन्न आतंकी संगठन लगातार पंजाब में अस्थिरता पैदा करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। ये सब बरामदगियां बी.एस.एफ. तथा पंजाब पुलिस की सतर्कता और तालमेल के साथ काम करने का परिणाम है परंतु सीमावर्ती क्षेत्रों मेेंं चौकसी में और तेजी लाने की तुरंत जरूरत है क्योंकि इसमें जरा सी चूक भी बड़ी महंगी पड़ सकती है।—विजय कुमार 


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