सरकारी विभागों के चंद ‘कारनामे’ बन रहे लोगों की परेशानी का सबब

punjabkesari.in Thursday, Aug 25, 2022 - 04:32 AM (IST)

हमारे सरकारी विभाग समय-समय पर ऐसे ‘कारनामे’ करते रहते हैं जिनसे आम आदमी को भारी परेशानी होती है। कभी बिजली विभाग वाले सामान्य उपभोक्ताओं को करोड़ों रुपए का बिल भेज देते हैं, कभी आयकर विभाग वाले अप्रत्याशित राशि का नोटिस भेज कर और कभी बैंक वाले किसी आम आदमी के खाते में गलती से लाखों करोड़ों रुपए की एंट्री डाल कर उसके लिए सिरदर्दी पैदा कर देते हैं। उक्त विभागों की लापरवाही के चंद ताजा उदाहरण निम्र हैं :

* 23 जनवरी को भीलवाड़ा (राजस्थान) में बिजली विभाग ने एक कच्चे घर में रहने वाले गरीब परिवार को एक महीने का 82,258 रुपए का बिजली बिल थमा दिया। इससे एक महीना पहले भी झोंपड़ी के मालिक को 7000 रुपए से अधिक रकम का बिल आया था।  
* 6 अप्रैल को सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) में बेहट तहसील के छिवैरहेड़ी गांव में चक्की चलाने वाले विनोद सैनी को बिजली विभाग ने 3 महीने में 3 लाख 76 हजार रुपए का बिजली का बिल भेज दिया। 
* 6 जुलाई को चंद्रपुर (महाराष्ट्र) में बिजली विभाग ने झोंपड़ी में रहने वाले एक गरीब किसान जिसके घर में सिर्फ दो बल्ब लगे हैं, को एक महीने का बिजली का बिल 1 लाख 380 रुपए भेज दिया।

* 26 जुलाई को ग्वालियर (मध्य प्रदेश) की एक महिला को 3419 करोड़ रुपए का बिजली बिल भेज कर बिजली विभाग ने इतना बड़ा झटका दिया कि बिल की रकम सुनते ही उनके ससुर बीमार पड़ गए। 

* यहीं पर बस नहीं इस वर्ष के शुरू में खरगौन (मध्य प्रदेश) के नवलपुरा फालिया गांव में बिजली के मीटर लगा देने के बाद ही बिना कनैक्शन दिए बिजली सप्लाई कम्पनी ने बिल भेजने शुरू कर दिए जिससे गांववासी स्तब्ध रह गए।
* 26 जुलाई को ही बिहार के लखीसराय बड़हिया नगर के वार्ड नं. 2 के सुमन कुमार के बैंक खाते में एकाएक 1 खरब, 33 करोड़, 42 लाख, 58 हजार, 400 रुपए आने का मैसेज देख कर वह स्तब्ध रह गया। 
* 27 जुलाई को राजस्थान के सुल्तानपुरा गांव के किसान सांवर लाल को आयकर विभाग की ओर से 4 करोड़ 60 लाख रुपए आयकर अदायगी का नोटिस मिला तो पूरा परिवार भारी तनाव में आ गया। इससे पूर्व ‘हुरड़ा’ निवासी रंगाई-पुताई का काम करने वाले गोविंद भील को 66 करोड़ रुपए के बकाया टैक्स का नोटिस मिला था। 

* 3 अगस्त को उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के एक गांव में बिहारी लाल नामक व्यक्ति ने अपने गांव के जनसेवा केंद्र में स्थित बैंक आफ इंडिया के अपने जनधन खाते से 100 रुपए निकाले तो कुछ ही मिनट बाद उसे एक एस.एम.एस. प्राप्त हुआ जिसमें उसके खाते में बकाया रकम 2700 करोड़ रुपए बताई गई थी। 
* 21 अगस्त को बिहार के खगडिय़ा जिले के मधौना गांव में प्रतिदिन लगभग 500 रुपए कमाने वाले एक दिहाड़ीदार मजदूर को 37.5 लाख रुपए का आयकर नोटिस मिलने पर उसके होश उड़ गए। अनाप-शनाप राशि के बिलों के पीछे कम्प्यूटर आप्रेटरों की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है जो बिलों की पंङ्क्षचग करते हुए गलत राशि भर कर उपभोक्ताओं की परेशानी का कारण बन रहे हैं। 

कर्मचारियों की लापरवाही या तकनीकी कारणों से होने वाली उक्त गलतियों से जहां आम लोगों को मानसिक परेशानी होती है, वहीं इसके अन्य दुखद परिणाम सामने आने से भी इंकार नहीं किया जा सकता। अत: ऐसे मामलों में संबंधित विभागों द्वारा पूरी सावधानी बरतने के साथ-साथ कर्मचारियों को भी जवाबदेह बनाने की नितांत आवश्यकता है ताकि उनकी चूक के चलते दूसरों के लिए परेशानी पैदा न हो।—विजय कुमार


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News