सर्जिकल स्ट्राइक-2 बारे भाजपा नेताओं के बयान ही आपस में मेल नहीं खाते

punjabkesari.in Tuesday, Mar 05, 2019 - 03:09 AM (IST)

पाकिस्तान के बालाकोट तथा पी.ओ.के. के चकोटी और मुजफ्फराबाद स्थित आतंकी कैम्पों पर भारतीय वायुसेना की भारी बम वर्षा से बड़ी संख्या में जैश के आतंकवादियों के मारे जाने के दावे पर पाकिस्तान का कहना है कि उसका कोई नुक्सान नहीं हुआ लेकिन भारत में इस पर विभिन्न नेताओं द्वारा सवाल उठाए जाने से राजनीति शुरू हो गई है। डी.जी. पाकिस्तान इंटरसर्विस पब्लिक रिलेशन्स मेजर जनरल आसिफ गफूर ने हमले में हुए नुक्सान का खंडन करते हुए कहा :

‘‘वे दावा कर रहे हैं कि 350 आतंकी मारे गए। मैं कहता हूं कि अगर 10 भी मारे गए होते तो उनकी बॉडी कहां गई? खून कहां गया? उनके जनाजों का क्या हुआ? यहां लोकल मीडिया है। किसी को कुछ नहीं मिला। खुद आकर देख लीजिए और अपने प्रधानमंत्री को जाकर हकीकत बताइए। मोदी सरकार ने चुनावी लाभ के लिए ऐसा किया है।’’ मारे गए आतंकवादियों की संख्या के बारे में आ रही अलग-अलग रिपोर्टों के बीच ममता बनर्जी, राहुल गांधी, कपिल सिब्बल, पी. चिदम्बरम, दिग्विजय सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू और अखिलेश यादव आदि विपक्षी नेताओं ने बालाकोट कार्रवाई के नुक्सान का सबूत मांगा है।

पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि ‘‘क्या वहां 300 आतंकवादी मारे गए हैं या नहीं? अगर नहीं तो इसका क्या मकसद था? क्या सिर्फ पेड़ उखाडऩे ही गए थे?’’ भाजपा के केंद्रीय मंत्री एस.एस. आहलूवालिया ने भी 3 मार्च को कह कर स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की थी कि : ‘‘पी.ओ.के. में भारत की एयर स्ट्राइक का मकसद यह दिखाना था कि हम यह कर सकते हैं न कि किसी को मारना। इस कार्रवाई में कोई आतंकी नहीं मारा गया है। मीडिया में 300-350 आतंकियों के मारे जाने की खबरें चल रही हैं लेकिन ऐसा कोई दावा सरकार की ओर से किया ही नहीं गया है, फिर यह आंकड़ा कहां से आया?’’

आहलूवालिया ने पूछा, ‘‘क्या किसी भाषण में नरेंद्र मोदी ने कहा कि कितने आतंकी मारे गए हैं? मैं पूछता हूं कि क्या नरेंद्र मोदी, अमित शाह या सरकार के किसी प्रवक्ता ने कोई आंकड़ा दिया है?’’ जहां श्री आहलूवालिया पाकिस्तानी नेताओं और विपक्ष के सुर में सुर मिलाते हुए भारतीय वायुसेना की कार्रवाई में किसी भी पाकिस्तानी आतंकवादी के न मारे जाने की बात कह रहे हैं वहीं अब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इसके सर्वथा विपरीत बात कह रहे हैं।

3 मार्च को ही अहमदाबाद में उन्होंने कहा, ‘‘उड़ी हमले के बाद हमारी सेना ने पाकिस्तान में घुस कर सर्जिकल स्ट्राइक करके हमारे जवानों की शहादत का बदला लिया। पुलवामा हमले के बाद हर कोई सोच रहा था कि इस बार सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हो सकती। अब क्या होगा?’’ ‘‘उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने हमले के 13वें दिन एयर स्ट्राइक की और 250 आतंकवादियों को मार गिराया।’’ यही नहीं भारतीय वायुसेना की जैश-आतंकवादियों के विरुद्ध कार्रवाई में मृतकों की संख्या को लेकर उक्त विरोधाभासी बयानों के बीच भारतीय वायुसेना प्रमुख बी.एस. धनोआ ने 4 मार्च को एक बड़ा बयान देते हुए कहा :

‘‘कितने आतंकी मरे यह गिनना हमारा काम नहीं। हम तो टार्गेट उड़ाते हैं, आतंकियों को नहीं गिनते। इनकी संख्या सरकार बताएगी। यदि जंगल में एयर स्ट्राइक हुआ होता तो पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई क्यों करता?’’ कुल मिलाकर पाकिस्तानी आतंकियों के विरुद्ध भारतीय वायुसेना की कार्रवाई को लेकर एक भ्रामक सी स्थिति पैदा हो रही है। एक ओर जहां एक मंत्री कह रहा है कि इसमें कोई आतंकी मारा नहीं गया वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष 250 आतंकियों के मरने की बात कह रहे हैं। विपक्ष का इस हमले पर प्रश्र उठाना सही भी हो सकता है परंतु यहां तो भाजपा के बड़े नेताओं के बयान ही आपस में नहीं मिल रहे। अत: सरकार को भ्रम की इस स्थिति को दूर करना चाहिए।—विजय कुमार


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News